सदस्य:S DIVYA BHARATHI/प्रयोगपृष्ठ

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मेरी नाम य्स दिव्या भाराति है। मै भारात कि नागारिक हु। मै बैगलुर्, कार्नाट्क, मे रेहती हु। मै क्राइस्ट युनिवर्सटी मै बिकाम् प्र्मम् वर्श पद्ती हु। मै अपनि पुष्ठ्भुमि, परिवर, रुचियो और अपने ल्क्ष्यो से अपका परिचन कराना चहति हु।

पूष्ठ्भुमि[संपादित करें]

परिवर[संपादित करें]

शिक्षा[संपादित करें]

लक्ष्य[संपादित करें]

पूष्ठ्भुमि

मै तामिल नादु मे चोटे गाव कोइम्भतुर मे पैध हुति। पर मेरी पाल्पोश्न बैग्गलुर मे हुअ। देश की प्रमुख सूचना पौद्योगिकी निर्यातक के रुप मे अपनी भूमिका के कारण बेगलुर को 'भारत की सिलिकान सिटी' के रुप से जाना जाता है। बैगलुर मुजे बहुत पसद है मेरे हिसाब से एसी नगर कैहि पेभी नही होगा। मै बैगलुर मे १८ वर्श से रेहती हु। 

परिवर

मेरे परिवर मे ४ लोग रह्ते है। मेरी पिता जी का नाम अर सुधाकार है। मरी पीता जी मैकानिकल एनजिनिर्य ओर प्रैवेट कम्पानि मे काम कर ते है। मेरी मा का नाम ए भानुमाती है। वे म सी ए तक पडे थे ओर अब केद्र् सरकार मे काम कारते है। मेरी एक छोटी बेहन है ओ आटवी क्क्षा मे पद्ती है। मेरे दादी ओर दादा ओर छछी मेरे गाव मे रेह्ते थे है।

शिक्षा

मे जब तीन साल की थी मेरी मा ने मुझे विद्यल्या बेझ दिया था। मेरी पेह्ली ओर धुसरा घर मेरी पठ्शला है वह विद्द्यल्य का नाम् अर्मी पप्लिक स्कुल है। उस्के बद मेने १२ क्क्षा केद्रीय विद्याल्य हेब्बल मे किया था। अब मेरे लक्ष्य को प्राप्त करने केलियए क्राइस्ट युनिवर्सटी मे पड्ती हु।

रुचिया

मुझे केल कुद मे बहुत प्रसन्न है। मुझे बैटमिटान, बेइस्केट बल्ल ओर वोलिब्ल्ल बहुत पस्न्द है। मेने अपने स्कुल मे बहुत सारे मैच्स केलिहु ओर स्कुल का नाम रोशन किया है। मुझे द्राइग ओर पेइन्टीग्ग पस्न है। गाना सुना अच्चा लग्ता है।

लक्ष्य

मुझे अपने जीवन मे समाज मे अच्चा ईन्सान होना चाहिए ओर गरीब लोगो को अच्ची तरीके से देक्क्बाल करुगि। मुझे अपना ग्रजुवेशोन करने के बद एक बहुराष्टीय कम्पनी मे काम करना चाहति हु ओर उस कम्पनी का सी फ ओ बनना चाह्ति हु।