सदस्य:Rajkumar Sharma Mumbai

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देश की आर्थिक राजधानी मुंबई, जहां सदैव मानवीय मूल्यों से अधिक महत्व धन, सम्पति और स्वार्थ का रहा है। यहां रहकर अपने मानवीय मूल्यों को बचाना किसी कठिन चुनौती से कम नहीं है। अपने मानवीय मूल्यों के साथ, इन चुनौतियों से जुझते हुए, अपनी एक अलग पहचान और स्थान बनाना, और भी कठिन है। परन्तु इन संघर्षों से जुझकर भी कई लोगों ने यहां पर अपनी अलग पहचान बनाई है। सफलता की नई ऊँचाईयों के शिखर को छुआ है। ऐसे ही एक व्यक्ति है राजकुमार शर्मा। जिन्होंने ऑनलाइन मीड़िया के माध्यम से न सिर्फ अपनी अलग पहचान बनाई है, बल्कि अनेक लोगों को प्रसिद्धि के नई ऊँचाइयों तक पहूँचाया, जो उनकी कल्पनाओं से परे था।

राजकुमार शर्मा का जन्म 01 मई 1974 को बिहार राज्य के अरवल जिला स्थित परशुरामपुर गांव में एक मध्यमवर्गीय भूमिहार-ब्रह्मण परिवार में हुआ। मगध विश्वविद्यालय से इन्होंने 1994 ई. में अर्थशास्त्र में स्नातक किया। भ्रष्टाचार तथा नरसंहार के दौर से गुजर रहे तत्कालीन बिहार के परिस्थितियों से देश की राजधानी को अवगत कराने हेतु राजकुमार शर्मा 1995 में नई दिल्ली गये। लगभग छः माह तक वहां रहकर देश के लगभग सभी शीर्ष नेताओं से मुलाकात किया। उनमें तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव, वरिष्ठ राजनेता व भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी, मुरली मनोहर जोशी, लालकृष्ण आडवाणी, अर्जुन सिंह, मोंटेक सिंह अहलूवालिया, राम विलास पासवान आदि शामिल थे। इनके इस सार्थक प्रयास की सराहना सभी ने की थी।

तत्पाश्चात वह बिहार वापस आकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आध्यात्मिक उत्तराधीकारी एवं भूदान आंदोलन के जनक आचार्य विनोवा भावे द्वारा स्थापित समन्वय आश्रम, बोधगया से जुड़ गये। संस्था के चेअरमैन तथा जमनालाल बजाज पुरस्कार से सम्मानित द्वारिको सुंदरानी के साथ रहकर इन्होंने एक वर्ष तक निःशुल्क सेवा कार्य किया। यहां इनके द्वारा किये गये कार्यों की सराहना महान पर्यावरण-चिन्तक एवं चिपको आन्दोलन के जनक सुंदरलाल बहुगुणा तथा उनकी धर्मपत्नी बिमला बहुगुणा ने भी किया। अपने सेवा-कार्य के दौरान इन्होंने समन्वय आश्रम के तत्वाधान में प्रतिवर्ष आयोजित होनेवाली विश्व के सबसे बड़ा नेत्र व मोतियाबिंद शल्य-चिकित्सा-शिविर में भी सेवा-कार्य किया।

सन् 1998 में राजकुमार शर्मा मुंबई आये और एक प्राइवेट कम्पनी के साथ जुड़कर कार्य किया। जहां इन्होंने पर्यवेक्षक और प्रबंधक के पद पर कार्य किया। सन 2008 में इन्होंने व्यवसाय के क्षेत्र में कदम रखा। सन् 2010 में इन्होंने एक मासिक पत्रिका तथा 2013 में ऑनलाइन मीड़िया के क्षेत्र में कदम रखा। इसके लिए इन्होंने सन् 2012 में मुंबई के सुप्रसिद्ध गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ़ प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी कॉलेज से ऑनलाइन मीड़िया के लिए वेब-डिजाइनिंग कोर्स सीखा। ऑनलाइन मीड़िया के माध्यम से इन्होंने मुम्बई सहित देश के अनेक शीर्ष व्यक्तियों तथा संस्थाओं को अपनी सेवा देने लगे। वेब की दुनिया में ऑर्गेनिक सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (ऑर्गेनिक एसईओ) को स्थापित करवाने में इन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वैश्विक महामारी कोरोना के प्रचंड तांड़व के दौर में (सितंबर 2020 से दिसबंर 2021 तक) राजकुमार शर्मा को मुंबई भाजपा कार्यालय तथा लोढ़ा फाउंडेशन का मीड़िया का दायित्व एक वर्ष से अधिक समय तक निभाया।

राजकुमार शर्मा पत्रकारिता के साथ-साथ कला तथा कार्यक्रम के आयोजन के क्षेत्र में भी कदम रखा। प्रसिद्ध मूर्तिकार एवं पद्मश्री, पद्मभूषण श्री राम वी. सुतार का भव्य सत्कार समारोह का आयोजन इन्होंने सन 15 जनवरी 2019 को मुंबई में किया। जिसमें 50 से अधिक अतिप्रतिष्ठित सामाजिक संस्थाओं ने सामूहिक रूप से उनका अभिनंदन किया। इन्होंने वैश्विक महामारी कोरोना (कोविड-19) के खिलाफ भारत में सर्वप्रथम जागरूकता अभियान तथा विश्व का प्रथम अंतर्राष्ट्रीय श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया। इसके लिए पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के महावाणिज्यदूत श्री तांग गुओकाई और केंद्रीय मंत्री श्री रामदास अठावले के नेतृत्व में 20 फरवरी 2020 को मुंबई के गेटवे ऑफ इंड़िया के पास एक विशेष कैडल मार्च का आयोजन किया गया। केंद्रीय मंत्री श्री रामदास आठवले ने इसी कार्यक्रम में सर्वप्रथम “गो कोरोना, गो...” का नारा दिया था।

कोरोना महामारी कम होने के बाद सन् 28 अप्रैल 2022 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज इंटरनेशनल कन्वेंशन हॉल में प्रथम विश्व मंगल मैत्री सम्मेलन आयोजित किया गया। विश्व में शांति, सद्भाव और आपसी विश्वास बढ़ाने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में सभी धर्म के अध्यात्मिक संतों को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में उपस्थित अध्यात्मिक संतों ने अपने-अपने धर्मानुसार विश्व में शांति, सद्भाव और आपसी विश्वास बढ़ाने तथा कोरोना मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया।

वर्तमान में राजकुमार शर्मा ऑनलाइन मीड़िया टॉपइंड़ियन डॉट ओआरजी के संपादक व प्रकाशक है। साथ ही मंगल मैत्री फाउंडेशन के संस्थापक व संरक्षक, डॉ. कोटनिस स्मृति समिति के सलाहकार, जर्नलिस्ट्स यूनियन ऑफ महाराष्ट्र के समिति सदस्य है। इनको उत्कृष्ठ पत्रकारिता तथा मानवीय सेवा कार्यों के लिए भारत सरकार के केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री श्री रामदास आठवले तथा वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के भाई व समाजसेवी प्रह्लाद मोदी के हाथों से इन्हें सम्मानित किया गया है। इन्होंने कुछ लोगों के लिए विश्वस्तरीय ऐतिहासिक पुस्तकें भी लिखीं है। भारतरत्न स्व.श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को यह अपना आदर्श मानते हैं।