सदस्य:Murlidhar choudhary/प्रयोगपृष्ठ
प्राचीन भारत के प्रमुख वंश एवं शासक
हर्यंक वंश(५४४ ई.पू.-४१२ ई.पु.)
- बिम्बिसार (५४४ ई.पू.-४९२ ई.पु.)हर्यक वंश का प्रथम शक्तिशाली शासक था ! इनकी राजधानी गिरिव्रज(राजगृह) थी ।
- बिम्बिसार के पुत्र अजातशत्रु (४९२-४६० ई.पू.) ने उसकी हत्या कर सिहासन प्राप्त किया ।
- अजातशत्रु बोद्ध धर्म को मानने वाला था एवं उसकी राजधानी राजगीर में प्रथम बोद्ध संगीति हुई ।
- पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) की स्थापना का श्रेय उदयीन को जाता है ।
नन्द वंश(३४४-३२२ ई.पु.)
- इस वंश का संस्थापक महापदमनन्द को माना जाता है ।
- नन्द वंश का अन्तिम शासक धननंद था । इसी के शासनकाल में सिकंदर ने भारत पर आक्रमण किया ।
सिकंदर का आक्रमण
- सिकंदर (मकदूनिया के शासक फिलिप का पुत्र) ने ३२६ ई.पू. में भारत पर आक्रमण किया । पंजाब के राजा पोरस ने सिकंदर के साथ झेलम नदी के किनारे हाइडेस्पीज का युद्ध लड़ा परन्तु हर गया ।
बाद में सिकंदर भारत-भूमि छोङकर बेबीलोन चला गया ,जहा ३२३ ई.पु. में उसकी मृत्यु हो गयी ।
मौर्य वंश (३२२-१८४ई.पू.)
- चन्द्रगुप्त मौर्य(३२२-२९८ई.पु.) चाणक्य की सहायता से अन्तिम नंद्वंशीय शासक धननंद को पराजित कर २५ वर्ष की आयु में (३२२ ई.पू.) मगध के सिंहासन पर बैठकर मौर्य साम्राज्य की स्थापना ।