सदस्य:Mere Bolte Shabd/प्रयोगपृष्ठ
!! आंसू हर-बार गिरा !!
आंसू हर-बार गिरा
तेरे बिन तेरे साथ।
हर दिन हर रात
ये…..
आंसू हर-बार गिरा
। तेरे हँसने से तेरे रोने से
तुमसे दूर होकर, तुझमें खोने से
ये….
. आंसू हर-बार गिरा
तेरी थपकियों का एहसास
और लोरी की आवाज
मेरी ममता की प्यास
और तेरे होने का नाज़
जब -जब मै इनसे दूर हुआ
ये…..
आंसू हर-बार गिरा
तुमको जिकर ही
, खुद को निखारा है मैंने
तेरे ना होने का दर्द सहा
, और गुजारा है मैंने
पा लिया है मैंने जो चाहत थी मेरी
, बस तुझे न पाकर
– सब कुछ हारा है मैंने
. जब -जब मैंने तुझे याद किया
ये…..
आंसू हर-बार गिरा।