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काल भैरव मंदिर मंडल डबोक चौराहा

श्री काल भैैैैरव का मंदिर, पुलिस थाने के पीछे डबोक चौराहा पर स्थित है। यह उदयपुर से मात्र १८ किमी दूरी पर है। यह मंदिर लगभग ३५ वर्ष पुराना है। यहां पर हर रविवार काल भैरव को खीर, बादाम, पान एवं गुलाब के फूलों के साथ गुलाब का इत्र चढ़ाया जाता है। तथा हर रविवार चौकी होती हैं। पठान साहब का गुप्त स्थान भी यहां पर सुशोभित है। महाकाली की स्थापना पठान साहब द्वारा यहां की गई है। यह मंदिर अपने आप एक चमत्कार हैं। कुदरत का करिश्मा एवं हिन्दू एवं मुस्लिम एकता का परिचायक है। काल भैरव की धार की मंदिर परिसर में मनाही है। यदि कोई भक्त धार देना चाहें तो शमशान में एवं और दुसरे किसी भी स्थान पर काल भैरव के नाम से दें सकता है। काल भैरव एवं महाकाली और पठान साहब के सम्मिलित होने की वजह से यह मंदिर अपने आप में एक कुदरत का नायाब तोहफा है। यहां पर सच्चे मन से मांगी मुराद अवश्य ही पुरी होती है।

काल भैरव मंदिर मंडल डबोक चौराहा द्वारा समय-समय पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिसमें शस्त्र पूजन कार्यक्रम भी एक हैं। जो विजयादशमी के उपलक्ष्य में हर वर्ष आयोजित किया जाता है। काल भैरव की श्रृंगारित प्रतिमा अपने आप में आकर्षक का केन्द्र है।

काल भैरव मंदिर मंडल के मंदिर संरक्षक श्री लीलाधर जी पालीवाल एवं प्रधान सेवक श्री राजकुमार जी पालीवाल हैं। जो काल भैरव की सेवा में समर्पित है।