सदस्य:Gilunjoshy1315323/प्रयोगपृष्ठ

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हमारे दैनिक जीवन में रसायन शास्त्र[संपादित करें]

रसायन विज्ञान,विज्ञान विषय की रग्क शारवा है,जिसमें हम विभिन्न प्रकार से, उनके स्वरूप, उसके विशेष गुण उसकी प्रतिक्रिया और उसके आचारण के बार इसलिए रसायन विज्ञान को केन्द्रीय विज्ञान भी कहा जाता है। यह रग्क बहुत महत्षपूर्ण बात है तो दिन, प्रतिदिन या दिनचर्या में घटित होना। वो भी कुछ वस्तुऍ जैसे खाना खाने के लिए और सॅस लेने के लिए हवा।

प्यार करना, घृणा करना ये सब भाबनाऍ रसायन विज्ञान से ही हमें प्राप्त है। अच्छि से सनझने रसायन विज्ञान हमारे चारो ओर है, दिन प्रतिदिन ये हमे कइ प्रकार के उदाहरण प्रदान करता है दो पक्षो में। पहली उदाहरण- रसायन हमारे शरीर के अन्दर है, और दूसरा उदाहरण-रसायन हमारे शरीर के बाहर भी है, या पाया जाता है।

रसायन विज्ञान हमारे अन्दर है। रसायन विज्ञान हमारे चारो ओर है।

रसायन विज्ञान रग्क आवश्यक अौर महत्व्पूर्ण अदा करता है अौर जीवन बिना रसायन हम सोच भी नही सकते। ये हमारे शरीर के प्रायभिक कार्य जैसे हमारे भाबनाओ को नियंञण करना, अनियंत्रित प्रगति अौर बीमारीयो को दूर करता है। जो प्राणवायु हम लेते है, आवश्यक पुष्टिकारक रवाना जो हमारी ज़रूरत है,अौर हमारे शरीर की बनावट-टि.न.ए अौर र.न.ए ये सब विभिन्न प्रकार के तत्वो अौर यौगिक वस्तु से बना है। चलिए अब हम कुछ उदाहरण देरवते जो रसायन से जुडा है अौर सम्पूर्ण अंश है, जो अस्तित्व मे है।

१.मनुष्य के शरीर की रचना

हमारे शरीर की ९६% संहति ४ तत्वों से बना है जैसे ऑक्सीजन, कार्बन, हाइड्रोजन और नाइट्रोजन। बचे ३% हमारे शशीर के ६०% तत्वो जैसे सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, जिंक आदि अौर तत्व जो हमारे शरीर की ज़रूर अौर जो बहुत अधिक मात्रा मे है उसे हमे स्थूल पोषक तत्व अौर जो दूसरे जो ज़रूरत रग्क मिनट के परिमाण, प्रायः कुछ अौर पर मिलियन अौर कम है ये सब स्थूल पोषक तत्व। मनुष्य का शरीर के अंगो से सँबधिक दूसरे यौगित वस्तु-जैसे कर्बोहाईड्रेट, प्रोटीन्स, लिपिड्स एवं न्यूक्लिक एसिड है।

२.चयापचय

शरीर अंगो से संमनिधत जो प्रगती या उन्नति, उसे हम चयापचय कहते जिससे बहुत अधिक रूप मे रसायनिक प्रतिक्रिया होती है। हमारे शरीर मे होती है। जो एंजाइमों हमारे शरीर के विभिन्न अंगो मे कार्य करते है उनकी जो जैवउत्प्रेरक बहुत तीव्र गति से अौर अधिक स्तर पर प्रतिक्रिया करती है। जबकि हार्मीन्स अपने आप से नियम, समय गति के अनुसार ढलते है। हमारा पूरा शरिरिक कल्याण बहुत सरल तरीके इस चयापचय की प्रक्रिया मे ही निर्भर है। यह समन्वय रग्क ही समय हेनेवाली घटना है जो इस जीव हमारे जीवन मे होनेवाले प्रत्येक कार्य को बडे अच्छे तरीके, सभयता से करती यही कारण है हम सुश्क्षित, स्वस्थ अौर जिन्दे है।

३.पानी की संरचना

पानी रग्क औषधि है हमारे जीवन के लिए इस पृशवी पर। हाइड्रोजन रग्क शीघ्र जलने वाला गैस और ऑक्सीजन। जो शीघ्र गति से नही जलता और जलता और नामूमकिन है। यह एक श्सायनिक किया है जो हर रग्क इलेक्ट्रॉनों के जोडी रग्क दूसरे के साथ कार्य करती है,जो बहुत काश्गार अौर अगिन बुझाने का काम मे आता है। पानी का शसायनिक सूत्र H2O है। हम शेज रासायन पीते है। पानी रग्क बहुत महत्वपूर्ण चयापचय क्रिया है जो हमारे शरीर के अन्दर रोज होता है।

४.पाचन

जठरीय आमाशीय अम्ल पदार्थ हाइड्रोक्लोरिक एसिड ज्यादा मात्रा मे पोटेशियम क्लोराइड और सोडियम क्लोराइड जो पार्श्विक कोशिकाएं जो हमारे पेड से निष्क्रिया होते है। ये जठरीय आमाशिय एसिड पेप्सिन को पेप्सिनोजेन जो इसके बदलाव मे सहायता है।