सदस्य:Dwivedi Ashok
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परिचय:- मैं मूल रूप से (काशी) वाराणसी का निवासी हूँ , एवं एक व्यक्तिगत संस्था में कार्यरत हूँ । मुझे सनातन धर्म में विशेष रुचि है । युग की गणना - 1- सत युग (1,728,000 सौर वर्ष) 2- त्रेता युग (1,296,000 सौर वर्ष) 3- द्वापर युग (864,000 सौर वर्ष) 4- कलियुग (432,000 सौर वर्ष)
महा युग-गणना - १२००० दिव्य वर्ष गुणा ३६० मानव वर्ष (432,0000 सौर वर्ष)
पृथ्वी की गणना- अष्टम-मनु =432,0000x8=३४५६०००० सौर वर्ष
वर्तमान गणना 25 मार्च २०20 तक ३४५६५१२1सौर वर्ष शुभ संमत् 2077 प्रमादी नाम संमत्