सदस्य:Babanagarpathra1

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
                                                  श्री विजयेश्वर महादेव  बाबानगर पथरा का प्राक्टय

सम्वत 2070 पराभव नाम समवत्सर सन 2013 वैशाख कृष्ण पक्ष ,त्रयोदशी तिथि दिन भौमवार दिनांक 7-5-2013 प्रातः 7:35 मिनट पर रेवती नक्षत्र वृष लग्न मे धरती से प्रगट हुए हैं।


                  यज्ञ की तैयारी चल रहा था । बाबानगर पथरा के पहाड़ को जेसीबी द्वारा समतलीकरण किया जा रहा था । इसी बिच सात फिट पाहाड़ के अंदर से चॉदी के चमकते हुए  शिवलिंग प्रगट हुए । वृष लग्न मे प्रगट होने के कारण  इसे विजयेश्वर महादेव नाम रखा गया । कुछ भक्तों का ऐसा मानना है कि यज्ञ विजय कुमार पंडित करवा रहे थे इसलिए इस शिवलिंग का नाम विजयेश्वर महादेव रखा गया है ।  नाम रखे जाने पर असमाजीक लोगों द्वारा विरोध भी किया गया । पर सत्य के आगे असत्य कितना देर टिका रह सकता है । सत्य की विजय हुई । यह शिवलिंग 108 ज्योतिर्लिंग मे से एक है । माना जाता है कि जो भक्त इन्हें श्रधा भक्ती से पुजा अर्चना करता है उसे सभी क्षेत्रों मे विजय की प्राप्ति होती है ।  ऐसा सैकडो प्रमाण हैं । अब यहां पर 31 देवी-देवताओं के अलग-अलग मंदीर बनवाया जा रहा है । यह स्थान बड़ा ही रमनीक व लुभावनी है ।

सच्चे मन से मांगी मुरादे पुर्ण होता है । श्री विजयेश्वर महादेव बाबानगर पथरा पहाड़ के प्रागंण मे सैकडो विवाह संपन्न हो चुका है । यहां पर शादी-विवाह करवाने हेतू अच्छी व्यवस्था की जा रही है । श्री विजयेश्वर महादेव का एक बार आप भी अवश्य दर्शन करे और पुण्य के भागी बने ।