सदस्य:Achhiprerna

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नज़ारा नहीं, नजरिया बदलिए!!

आप अपने आस-पास जहाँ भी नज़र घुमाएंगे बस वही चीज़ें दिखेंगी जो आप देखना चाहते हैं। Suppose आप bus का wait कर रहे हैं और आपको lait हो रहा है तो उस condition में आपको आपके आस-पास में बैठे लोग ही नहीं दिखेंगे। क्यूंकि उस time आपकी नज़र सिर्फ बस को ढूंढ रही होती है|


एक इंसान की सफलता और असफलता उसके नजरिये पे ही depend करती है| हमारा नजरिया ही हमें या तो आगे बढाता है या पीछे ले जाता है| अगर positive तरह से हम चीज़ों को देखते हैं तो यकीनन आगे के रास्ते अपने आप खुलने लगते हैं, जबकि negative नज़रिया सारे रास्ते बंद कर देता है|