सदस्य:रामेन्द्र सिंह भदौरिया
हिन्दी साहित्य के बढाने के लिये और हिन्दी साहित्य को समझने के लिये दुनिया की नम्बर एक की ज्ञान बढाने वाली कुंजी अब संसार को मिल गई है,और आशा है कि संसार के सामने यह हिदी वह सब कुछ प्रकट करने के लिये आगे आयेगी,जिसे अन्ग्रेजी का पूरा ज्ञान नही होने के कारण विद्वजन लिख और समझा नही सकते थे,सबसे पहले मैं उन विद्वानों को ह्रदय से धन्यवाद देना चाहता हूँ,जो इस वीकीपीडिया मे अपना योगदान देकर ज्ञान का दान कर रहे हैं.