कई मायने में यह राष्ट्रपति चुनाव ऐतिहासिक रहा। अमेरिका के 219 साल के इतिहास में पहली बार एक अश्वेत को राष्ट्रपति चुना गया है[3]। बराक ओबामा ने यह उपलब्धि हासिल कर अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में एक नया इतिहास रच दिया है। चुनाव में लगभग तीन करोड़ मतदाताओं ने 'अर्ली वोटिंग' के तहत अपना वोट दर्ज कराया है जो कि एक रिकॉर्ड है[4]। दुनिया के सबसे ताकतवर व्यक्ति के चुनाव में इस बार सबसे ज्यादा पैसा (१.६ अरब अमरीकी डॉलर) भी खर्च हुआ जो कि प्रति वोटर लगभग १६ डॉलर है[5]।
चुनाव अभियान के दौरान ओबामा के बिल एयर्स के साथ रिश्ते पर विवाद हुआ था जिसका जिक्र सबसे पहले ब्रिटिश प्रेस में हुआ[6]
और बाद में इसे रिपब्लिकन पार्टी ने उछाला था। बिल एयर्स रुढीवादियों में अब भी एक आतंकवादी माने जाते हैं
[7]। हालाँकि, बाद में न्यू यॉर्क टाइम्स[8]और सी एन एन[9][10]की जाँच ने बताया कि बिल एयर्स और ओबामा के करीबी रिश्ते नहीं रहे हैं। और, ओबामा ने जॉन मेक्केन के साथ हुई तीसरी बहस में भी यह बात कही[11]।