संजीवनी (हिन्दू धर्म)

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हनुमान जब संजीवनी को सही-सही न पहचान पाये तो उन्होंने सम्पूर्ण पर्वत को ही उठा लिया।

संजीवनी (संस्कृत: सञ्जीवनी) या मृतसंजीवनी (संस्कृत: मृतसञ्जीवनी)[1] एक औषधीय पादप है जिसका उल्लेख रामायण में आया है।[2] जब मेघनाद के बाण से लक्ष्मण मूर्क्षित हो गये तब उनको जीवित करने के लिये सुषेण वैद्य ने हिमालय से संजीवनी लाने की सलाह दी थी।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Ancient Indian Tradition and Mythology. The Vayu Purana Part I Ancient Indian Tradition And Mythology. पृ॰ 317.
  2. Pāṇḍuraṅgārāva, Āi (1994). Valmiki (अंग्रेज़ी में). Sahitya Akademi. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7201-680-7.