वैन्डल

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वैन्डलों ने सन् 455 में रोम पर क़ब्ज़ा किया और उसे तहस-नहस कर दिया

वैन्डल (अंग्रेज़ी: Vandal) एक उत्तर यूरोप में बसने वाली जर्मैनी भाषा बोलने वाली जाति थी। पाँचवी शताब्दी ईसवी में वे रोमन साम्राज्य के क्षेत्रों में दाख़िल हुए और सन् 455 ई॰ में उन्होने राजधानी रोम पर क़ब्ज़ा कर के उसे तहस-नहस कर दिया। क्योंकि रोम पश्चिमी संस्कृति का एक आधार माना जाता है, इसलिए बहुत से प्राचीन और आधुनिक पश्चिमी विद्वान वैन्डलों को नफ़रत की दृष्टि से देखते हैं।[1][2] इस वजह से अंग्रेज़ी में वैन्डलिज़्म (vandalism), यानि वैन्डलगर्दी, शब्द का मतलब किसी सुन्दर चीज़ को जंगलीपने से ख़राब करना या तोड़ना हो गया।

रोमन साम्राज्य में प्रवेश करने के बाद वैन्डल कई इलाक़ों में फैल गए, जिनमें इटली और स्पेन शामिल थे। सन् 429 में वे उत्तर अफ़्रीका भी जा पहुँचे। वहाँ उन्होने कार्थेज पर केन्द्रित एक राज्य चलाया जो छोटे अरसे तक ही रहा।[2]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Dryden, John, "To Sir Godfrey Kneller", 1694. Dryden also wrote of Renaissance Italy "reviving from the trance/Of Vandal, Goth and Monkish ignorance. ("To the Earl of Roscommon", 1680).
  2. Andrew H. Merrills, Richard Miles. "The Vandals". John Wiley and Sons, 2010. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9781405160681.