विश्व स्मृति कार्यक्रम
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युनेस्को का विश्व स्मृति कार्यक्रम एक अन्तरराष्ट्रीय पहल है जो मानवता की दस्तावेजी विरासत की रक्षा के लिए शुरू की गई है ताकि सामूहिक स्मृतिलोप, उपेक्षा, समय एवं जलवायु परिस्थितियों के कारण होने वाला विनाश और जानबूझकर तथा सोचसमझकर किए गये विनाश आदि के संकटों से इनकी रक्षा की की जा सके। [1] यह कार्यक्रम पूरे विश्व के मूल्यवान अभिलेखीय संग्रहों , पुस्तकालयों के संग्रहों, और निजी संग्रहों के संरक्षण के उद्देश्य से बनाया गया है और बिखरे हुए या या विस्थापित दस्तावेजी विरासत के पुनर्गठन, और इन दस्तावेजों की अधिकाधिक उपलब्धता, एवं इनमें लिपिबद्ध ज्ञान के प्रसार में वृद्धि की दिशा में कार्य करता है। [1] [2] [3]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अ आ "UNESCO Memory of the World Programme: The Asia-Pacific Strategy". UNESCO Memory of the World Programme. Archived from the original on 2005-02-28. Retrieved 2017-08-01.
- ↑ "Official website". UNESCO. Retrieved 2017-08-10.
- ↑ "Twenty-three new inscriptions on Memory of the World Register of Documentary Collections". UNESCO Press. 2003-09-01. Retrieved 2009-09-06.