"जलसम्भर": अवतरणों में अंतर

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==अन्य भाषाओँ में==
==अन्य भाषाओँ में==
[[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]] में "जलसंभर" और "जलविभाजक" को "वॉटरशॅड" (watershed) कहा जाता है और "द्रोणी" को "बेसिन" (basin) कहा जाता है।
[[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]] में "जलसंभर" और "जलविभाजक" को "वॉटरशॅड" (watershed) कहा जाता है और "द्रोणी" को "बेसिन" (basin) कहा जाता है।

==विश्व के महत्वपूर्ण जलसंभर==
[[Image:Ocean drainage.png|800px|center|विश्व के बड़े जलसंभर क्षेत्र - भिन्न महासागरों और सागरों में ख़ाली होने वाले जलसंभर भिन्न रंगों में दर्शाए गएँ हैं - स्लेटी रंग का प्रयोग बंद जलसंभरों के लिए हुआ है जो किसी सागर या महासागर में पानी नहीं बहाते]]


==इन्हें भी देखिये==
==इन्हें भी देखिये==

02:43, 13 अप्रैल 2011 का अवतरण

जलसंभर का उदहारण - लाल रंग की लकीर जलविभाजक क्षेत्र को दर्शा रही है

जलसंभर या द्रोणी उस भौगोलिक क्षेत्र को कहते हैं जहाँ वर्षा अथवा पिघलती बर्फ़ का पानी नदियों, नेहरों और नालों से बह कर एक ही स्थान पर एकत्रित हो जाता है। उस स्थान से या तो एक ही बड़ी नदी में पानी जलसंभर क्षेत्र से निकास कर के आगे बह जाता है, या फिर किसी सरोवर, सागर, महासागर या दलदली इलाक़े में जा के मिल जाता है। इस सन्दर्भ में कभी-कभी जलविभाजक शब्द का भी प्रयोग होता है क्योंकि भिन्न-भिन्न जलसंभर किसी भी विस्तृत क्षेत्र को अलग-अलग जल मंडलों में विभाजित करते हैं। जलसंभर खुले या बंद हो सकते हैं। बंद जलसंभारों में पानी किसी सरोवर या सूखे सरोवर में जा कर रुक जाता है। जो बंद जलसंभर शुष्क स्थानों पर होते हैं उनमें अक्सर जल आ कर गर्मी से भाप बनकर हवा में वाष्पित (इवैपोरेट) हो जाता है या उसे धरती सोख लेती है। पड़ौसी जलसंभर अक्सर पहाड़ों, पर्वतों या धरती की भिन्न ढलानों के कारण एक-दुसरे से विभाजित होते हैं।

अन्य भाषाओँ में

अंग्रेज़ी में "जलसंभर" और "जलविभाजक" को "वॉटरशॅड" (watershed) कहा जाता है और "द्रोणी" को "बेसिन" (basin) कहा जाता है।

विश्व के महत्वपूर्ण जलसंभर

विश्व के बड़े जलसंभर क्षेत्र - भिन्न महासागरों और सागरों में ख़ाली होने वाले जलसंभर भिन्न रंगों में दर्शाए गएँ हैं - स्लेटी रंग का प्रयोग बंद जलसंभरों के लिए हुआ है जो किसी सागर या महासागर में पानी नहीं बहाते
विश्व के बड़े जलसंभर क्षेत्र - भिन्न महासागरों और सागरों में ख़ाली होने वाले जलसंभर भिन्न रंगों में दर्शाए गएँ हैं - स्लेटी रंग का प्रयोग बंद जलसंभरों के लिए हुआ है जो किसी सागर या महासागर में पानी नहीं बहाते

इन्हें भी देखिये