"सनाढ्य ब्राह्मण": अवतरणों में अंतर
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सनाढ्य ब्राह्मण ( '''जिन्हें''' सनाढ्य ब्राह्मण, सनाढ ब्राह्मण, सानिद्य ब्राह्मण)भी कहा जाता है । कृषक [[ |
सनाढ्य ब्राह्मण ( '''जिन्हें''' सनाढ्य ब्राह्मण, सनाढ ब्राह्मण, सानिद्य ब्राह्मण या सनाढ्य गौड़ ब्राह्मण )भी कहा जाता है । कृषक [[गौड़ ब्राह्मण|गौड़ ब्राह्मणों]] की एक उपजाति है।इनका मुख्य संकेंद्रण भारत के पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और मध्य प्रदेश क्षेत्र में है। हिंदी कवि केशवदास मिश्र सनाढ्य थे और उन्होंने अपनी 'रामचंद्रिका' में उनके समुदाय की प्रशंसा की है।<ref>{{Cite book|url=https://books.google.com/books?id=jkC1DwAAQBAJ&newbks=0&printsec=frontcover&dq=S&hl=en|title=The Class of 83: The Punishers of Mumbai Police|last=Zaidi|first=Hussain|date=2019-10-28|publisher=Penguin Random House India Private Limited|isbn=978-93-5305-661-2|language=en}}</ref> |
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== संदर्भ == |
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15:14, 6 अप्रैल 2024 का अवतरण
सनाढ्य ब्राह्मण ( जिन्हें सनाढ्य ब्राह्मण, सनाढ ब्राह्मण, सानिद्य ब्राह्मण या सनाढ्य गौड़ ब्राह्मण )भी कहा जाता है । कृषक गौड़ ब्राह्मणों की एक उपजाति है।इनका मुख्य संकेंद्रण भारत के पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और मध्य प्रदेश क्षेत्र में है। हिंदी कवि केशवदास मिश्र सनाढ्य थे और उन्होंने अपनी 'रामचंद्रिका' में उनके समुदाय की प्रशंसा की है।[1]
संदर्भ
- ↑ Zaidi, Hussain (2019-10-28). The Class of 83: The Punishers of Mumbai Police (अंग्रेज़ी में). Penguin Random House India Private Limited. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-5305-661-2.