सामग्री पर जाएँ

"गड़रिया": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
Gadariya
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
Gadariya
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''गड़रिया''', यह समुदाय '''पाल''', '''बघेल''', '''गायरी''', ''कुरुवा''' धनगर , गवली धनगर, घोषी धनगर, भरूड धनगर,ग्वाला , धारिया इत्यादि नाम से भी जाना जाता है। पशुपालन
'''गड़रिया''', यह समुदाय '''पाल''', '''बघेल''', '''गायरी''', ''कुरुवा'*,,'' धनगर , गवली धनगर, घोषी धनगर, भरूड धनगर,ग्वाला , धारिया इत्यादि नाम से भी जाना जाता है। पशुपालन
गाय व भेड़ बकरी चराना व पालना इन लोगो का मुख्य व्यवसाय रहा है
गाय व भेड़ बकरी चराना व पालना इन लोगो का मुख्य व्यवसाय रहा है
'''बघेल''' का अर्थ बाघों से भिड़ने वाला होता है।
'''बघेल''' का अर्थ बाघों से भिड़ने वाला होता है।

02:42, 10 सितंबर 2023 का अवतरण

गड़रिया, यह समुदाय पाल, बघेल, गायरी, कुरुवा'*,, धनगर , गवली धनगर, घोषी धनगर, भरूड धनगर,ग्वाला , धारिया इत्यादि नाम से भी जाना जाता है। पशुपालन गाय व भेड़ बकरी चराना व पालना इन लोगो का मुख्य व्यवसाय रहा है बघेल का अर्थ बाघों से भिड़ने वाला होता है।

राजमाता अहिल्या बाई होलकर

उत्पत्ति

गडरिया जब अपने गाय,भेड़ बकरियां चराने पहाड़ों और जंगल में जाया करते थे, तब उनको कई सारे जंगली जानवरों से सामना करना पड़ता था। उनका शेरो और बाघों से लड़ना आम बात हो गई थी जिसके कारण इन्हें बाघ शब्द से बघेल कहा गया।

  • पाल राजवंश= गडरिया पुत्र गोपाल ने पाल वंश की नीव रखी थी जब पाल वंश का पतन हो गया तो फिर से उनके वंशजो ने मुगलों से अपनी रक्षा और अपने धर्म,अपने परिवार की रक्षा के लिऐ जगलों में गए वहा पशुपालन का कार्य किया फिर जब देश आजाद हुआ तो पशुपालन की वजह से इन्हे गडरिया बोला गया और उसी से आरक्षण मिला लेकिन उन्होंने अपना पाल शब्द को नही छोड़ा आज उत्तर भारत के कई हिस्सों में रहते है

जाति - उपजाति, क्षेत्र

  • जाती - उपजाति एवं उनके क्षेत्र


मध्य प्रदेश - धनगर, गारी, गायरी, गाडरी, भारुड़, पाल, बघेल, गाडरी, हटकर, हाटकर, ग्वाला/गवली/घोसी, भारुड़,धारिया, घोषी, लगाने वाले गडरिया यादव टाइटल का उपयोग करते है , श्रीपाल, गड़ारी, कुरमार, होल्कर

उत्तर प्रदेश - गड़रिया,पाल,बघेल

राजस्थान - गड़रिया, गायरी, गाडरी, पाल,बघेल घोसी ग्वाला ये भी गडरिया समाज का अंग है और यादव टाइटल का उपयोग करते हैं:

गुजरात - गड़रिया, पाल, बघेल, भारवाड़

दिल्ली - गड़रिया, पाल, बघेल

हरयाणा - गड़रिया, पाल, बघेल

पंजाब - गड़रिया, पाल

महाराष्ट्र - धनगर, हटकर, खुटेकर ,धनगर गवली, महसे धनगर,

उत्तराखंड,कर्नाटक - कुरुबा ( हळूमथा,गोड़ा ),गोला कुरुबा

तमिलनाडु - कुरुम्बा, कुरुम्बर,गोला कुरुबा

तेलगाना,आंध्र प्रदेश - कुरुमा, कुरुबा,गोला कुरुबा

नेपाल - गड़रिया, पाल, भेड़िहार, गड़ेरी

छत्तीसगढ़ - गड़रिया, पाल, पाली

बंगाल - गड़रिया, गड़ेरी, पाल

बिहार, झारखंड - गड़रिया, पाल, भेड़िहार, गड़ेरी बिहार में गडरिया समाज के लोग कही कही यादव टाइटल का उपयोग करते है

झारखंड - गड़रिया, पाल, भेड़िहार, गड़ेरी ,

गोवा - धनगर, हटकर, खुटेकर

हिमाचल प्रदेश - गड़रिया, पाल, गद्दी(केवल हिंदू गद्दी ही शामिल है )

  • दक्षिणी भारत के गडरिया को कुरुवंशी/यदुवशी शाखा से जुड़ा माना जाता है
  • उत्तर भारत के ग्वाला, गवली,घोसी, धरिया, भारुड,धनगर,ये यदुवंशी शाखा से है
  • पाल राजवंश की दो शाखाएं है उत्तर भारत में
      • चंद्रवंशी : कुछ सूर्यवंशी गडरिया चंद्रवंशी से मिल गए जिससे वो अपने को चंद्रवंशी/यदुवंशी मानते है
  • सूर्यवंशी: पाल राज्यवंश , होलकर राजवंश अपने को सूर्यवंशी मानते है


          • यादव टाइटल अहीर भी लगाती है लेकिन हमारे

गडरिया समाज में भी ग्वाला, घोसी, गवली, धनगर,भारुड़,धारिया, आदि जातियां भी यादव टाइटल लगाती है हमारा अहिरो (यादव) से कोई संबंध नहीं है

धर्म

गडरिया धर्म,हिंदू धर्म,

गड़रिया राजवंश

  • संगम वंश: संगम वंश के संस्थापक हक्कार्या बुक्कारिया दो भाई थे जो हरिहर बुक्का नाम से प्रसिद्ध हुए!
  • पल्लव वंस : इस वंस के संस्थापक सिंहवर्मन १ थे
  • मौर्य वंस : इस वंश के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य थे।
  • पाल वंस : इस वंस के संस्थापक गोपाल थे
  • चोल वंस : इस वंश के संस्थापक गडरिया विजयालय थे।
  • अजमेर के शासक अजय पाल भी राजा थे वो एक बकरी चराते वाले गडरिया पाल थे
  • बघेल वंश : इस वंस के संस्थापक व्याघ्रदेव थे
  • होल्कर वंस : इस वंस संस्थापक मल्हार राव होल्कर है।
  • होयसल वंश: भी कुरुबा वंश के संस्थापक नृपकाम थे
  • देवगिरी यादव ( गोला कुरुबा गडरिया) वंश की राजा 'भिल्लम' ने अन्तिम चालुक्य राजा सोमेश्वर चतुर्थ को हराकर कल्याणी पर भी अधिकार कर लिया
  • कर्नाटक के महान सेनापति सांगोल्ली रायन्ना भी इसी गडरिया समुदाय से है


  • नोट: यादव केवल अहीर नही है दक्षिणी भारत और एमपी और राजस्थान में यादव टाइटल का प्रयोग गडरिया समाज भी करता है लेकिन वो अहीर नही है

इन्हे भी देखे

संदर्भ