"निगमनात्मक तर्क": अवतरणों में अंतर
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[[तर्क]] की जिस प्रक्रिया में एक या अधिक ज्ञात सामान्य कथनों के आधार पर किसी निश्चित निष्कर्ष पर पहुँचा जाता है, '''निगमनात्मक तर्क''' (Deductive reasoning या deductive logic) कहते हैं। 'निगमनात्मक तर्क', 'आगमनात्मक तर्क' से बिलकुल भिन्न है। |
अन्वेषण परक सीखना और स्वत खोजपरक संबंधी पद्धतियां । [[तर्क]] की जिस प्रक्रिया में एक या अधिक ज्ञात सामान्य कथनों के आधार पर किसी निश्चित निष्कर्ष पर पहुँचा जाता है, '''निगमनात्मक तर्क''' (Deductive reasoning या deductive logic) कहते हैं। 'निगमनात्मक तर्क', 'आगमनात्मक तर्क' से बिलकुल भिन्न है। |
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07:33, 23 मई 2022 का अवतरण
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अन्वेषण परक सीखना और स्वत खोजपरक संबंधी पद्धतियां । तर्क की जिस प्रक्रिया में एक या अधिक ज्ञात सामान्य कथनों के आधार पर किसी निश्चित निष्कर्ष पर पहुँचा जाता है, निगमनात्मक तर्क (Deductive reasoning या deductive logic) कहते हैं। 'निगमनात्मक तर्क', 'आगमनात्मक तर्क' से बिलकुल भिन्न है।
नीचे एक निगमनात्मक तर्क दिया गया है-:
1. सभी मनुष्य नश्वर हैं।
2. मोहन मनुष्य है।
3. अतः मोहन नश्वर है। दर्पणिभीषण परख सीखना और स्वेटर पहुंच बरत संबंधी पद्धतियां लियोनार्डो द विंची इसी पद्धति को आधार बनाते थे
इन्हें भी देखें
- आगमन (इंडक्शन)
- वैज्ञानिक विधि
- न्याय दर्शन
- आगमनात्मक तर्क
बाहरी कड़ियाँ
- तर्कशास्त्र एवं वैज्ञानिक पद्धति (गूगल पुस्तक ; लेखक - केदारनाथ तिवारी)
- आगमन तर्कशास्त्र (गूगल पुस्तक ; लेखक - केदारनाथ तिवारी)