अजमेर सिंह रंधावा के सदस्य योगदान
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11 मई 2020
- 14:3614:36, 11 मई 2020 अन्तर इतिहास +3,353 मूल मंत्र No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 14:1714:17, 11 मई 2020 अन्तर इतिहास +3 मूल मंत्र No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 14:0914:09, 11 मई 2020 अन्तर इतिहास +2 मूल मंत्र No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
9 मई 2020
- 04:2904:29, 9 मई 2020 अन्तर इतिहास +202 मूल मंत्र →मंत्र टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 04:2204:22, 9 मई 2020 अन्तर इतिहास −116 मूल मंत्र No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 04:1904:19, 9 मई 2020 अन्तर इतिहास +2,115 मूल मंत्र अकाल पुरख या परमात्मा जिसे हम सिख वाहेगुरु के नाम से भी उच्चारित करते हैं, छवि रहित है! ना ही इसकी कोई छवि कभी थी, न ही होगी! सनातन छवि कह क्र इसे एक रूप देने की मिथ्या कोशिश की जा रही है जबकि सिख धर्म में ईश्वर को सर्व-व्यापक माना जाता है जो घट-घट में विराजमान है! गुरु ग्रन्थ साहिब जी में यह मूल मंत्र कुल ३३ बार आया है! सिख धर्म के प्रसिद्द लिखारी भाई गुरदास जी, जिन्होंने अपने कर कमलों से से धन धन गुरु ग्रन्थ साहिब को लिखा, अपनी वार ३९ में मूल मंत्र की व्याख्या करते हुए लिखते हैं कि, 'इक ओं... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन