वार्ता:नरसिंह मंदिर

पृष्ठ की सामग्री दूसरी भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

नरसिंह मंदिर हाटपिपल्या। २००साल पुराना मंदिर है यहां भगवान नरसिंह पाषाण रूप में पुजीत है वह पाषाण निराकार है। लग भग आठ किलो वजन की यह प्रतिमा साल में एक बार नगर भ्रमण पर डोल ग्यारस को जाती हैं । इस मन्दिर में आने के पूर्व यह नरसिंह प्रतिमा शक्तावत राजघराने के पास थी। अंग्रेजों द्वारा महल व मन्दिर को ध्वस्त करने के बाद यह खेड़ापति हनुमान के मन्दिर में विराजमान कि गई यहां बता दें कि खेड़ापति हनुमान मंदिर हि आज का नरसिंह मंदिर है। खेड़ापति हनुमान जी लग भग 800 वर्ष से इस परिसर में विराजमान हैं।