रोंगटे खड़े होना

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
Hunnjazal (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:06, 23 जून 2018 का अवतरण (HotCat द्वारा श्रेणी:शरीररचनाविज्ञान हटाई; श्रेणी:शारीरिकी जोड़ी)
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
मानव बांह पर खड़े रोंगटे

रोंगटे खड़े होना, किसी व्यक्ति की त्वचा के रोमों के आधार पर अनायास विकसित होने वाले उभार हैं जो कि ठंड या फिर गहन भावनाओं जैसे कि भय, विषाद, खुशी, उत्साह, प्रशंसा और कामोत्तेजना का अनुभव करने के कारण प्रकट हो सकते हैं। इनके लिए आयुर्वैज्ञानिक शब्द क्यूटिस एंसेरिना (cutis anserina), है। इस वाक्यांश को हिन्दी और उर्दु में एक मुहावरे की तरह भी प्रयोग किया जाता है।

सन्दर्भ[संपादित करें]