राजस्थान के उद्योग

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उद्योग- [1]

• आजीविका यापन के लिए की जाने वाली सभी आर्थिक क्रियाएं जिसमें मुद्राओं का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से विनिमय होता है, उद्योग कहलाता है।

राजस्थान में उद्योग के प्रकार-[संपादित करें]

(A) कच्चे माल की उपलब्धता के आधार पर-

1. कृषि आधारित

2. खनिज आधारित

3. रसायन आधारित

4. अन्य उद्योग

❍ राजस्थान में कृषि आधारित उद्योग-

• वे उद्योग जिनमें कच्चा माल कृषि एवं कृषि संबंधी गतिविधियों से प्राप्त होता है, कृषि आधारित उद्योग कहलाता हैं।

• राजस्थान में कृषि आधारित उद्योग तीन क्षेत्रों – सार्वजनिक क्षेत्र, निजी क्षेत्र, सहकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं।

• सूती वस्त्र उद्योग

• चीनी उद्योग

• बायोडीजल उद्योग

• वनस्पति घी उद्योग

• मिल्क पाउडर उद्योग

• शराब उद्योग

❍ सूती वस्त्र उद्योग-

• सेठ दामोदर दास और कर्नल डिक्सन द्वारा राजस्थान में प्रथम सूती वस्त्र कारखाने की स्थापना वर्ष 1889 में ब्यावर (अजमेर) में 'दी कृष्णा मिल्स' के नाम से की गई। • सूती वस्त्र उद्योग राजस्थान का सबसे प्राचीन और परंपरागत संगठित उद्योग है। • इस उद्योग में रेलवे के बाद सबसे अधिक रोजगार उपलब्ध होता है। • वर्तमान में राज्य में सूती वस्त्र का उत्पादन मुख्यतः पाली, ब्यावर, भीलवाड़ा, कोटा, चित्तौड़गढ़, जयपुर, श्रीगंगानगर, किशनगढ़ और बांसवाड़ा में किया जाता है।

❍ राजस्थान में स्वतंत्रता से पूर्व स्थापित सूती वस्त्र कारखानें-

1. दी कृष्णा मिल्स – ब्यावर (अजमेर) – वर्ष 1889

2. दी एडवर्ड मिल्स – ब्यावर (अजमेर) – वर्ष 1906

3. श्री महालक्ष्मी मिल्स – ब्यावर (अजमेर) – वर्ष 1925

4. दी मेवाड़ टेक्सटाइल मिल्स – भीलवाड़ा – वर्ष 1938

5. महाराजा उम्मेद मिल्स – पाली – वर्ष 1942

6. सार्दुल टेक्सटाइल मिल्स – श्रीगंगानगर – वर्ष 1946

7. जयपुर मिल्स - जयपुर - वर्ष 1935

8. बाँसवाड़ा मिल्स - बाँसवाड़ा - वर्ष 1944

9. श्री महावीर जूट मिल्स - जोधपुर - वर्ष 1948

10. बबूलल मिल्स - कोटा - वर्ष 1951

❍ स्वतंत्रता के पश्चात् राजस्थान में स्थापित सूती वस्त्र कारखानें (निजी क्षेत्र)-

1. श्री आदित्य कॉटन मिल्स – किशनगढ़ (अजमेर)

2. श्री विजय कॉटन मिल्स – विजयनगर (अजमेर)

3. राजस्थान सहकारी मिल्स – गुलाबपुरा (भीलवाड़ा)

4. उदयपुर टेक्सटाइल मिल्स – उदयपुर

5. राजस्थान टेक्सटाइल मिल्स – भवानी मण्डी (झालावाड़)

6. श्री गोपाल टेक्सटाइल मिल्स – कोटा

❍ राजस्थान में सहकारी क्षेत्र में स्थापित सूती वस्त्र कारखाने-

1. राजस्थान सहकारी कताई मिल्स गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) में स्थित है और इसकी स्थापना 1965 में हुई थी।

2. श्रीगंगानगर सहकारी कताई मिल्स हनुमानगढ़ में स्थित है, जिसकी स्थापना 1978 में हुई थी।

3. गंगापुर सहकारी कताई मिल्स गंगापुर (भीलवाड़ा) में 1981 में स्थापित की गई थी।

• 1974 में वित्तीय रूग्णता के परिणामस्वरूप, राष्ट्रीय वस्त्र निगम ने राजस्थान की तीन सूती वस्त्र मिल्स का अधिग्रहण कर सूती वस्त्र उद्योग को सार्वजनिक क्षेत्र का दर्जा दिया गया।


1. राजस्थान सहकारी कताई मिल्स गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) में स्थित है जिसकी स्थापना वर्ष 1965 में की गई।

2. श्रीगंगानगर सहकारी कताई मिल्स हनुमानगढ़ में स्थित है, जिसकी स्थापना वर्ष 1978 में की गई।

3. गंगापुर सहकारी कताई मिल्स गंगापुर (भीलवाड़ा) में वर्ष 1981 में स्थापित की गई।

• वित्तीय रुग्णता के परिणामस्वरूप राष्ट्रीय वस्त्र निगम द्वारा सन् 1974 में राजस्थान की तीन सूती वस्त्र मिल्स का अधिग्रहण कर सूती वस्त्र उद्योग को सार्वजनिक क्षेत्र का दर्जा दिया गया-

1. दी एडवर्ड मिल्स

2. श्री महालक्ष्मी मिल्स

3. श्री विजय कॉटन मिल्स


1 अप्रैल, 1993 को स्पीनफैड (SPINFED - राजस्थान राज्य सहकारी स्पिनिंग एण्ड जिनिंग मिल्स संघ) की स्थापना की गई, जो राजस्थान में सहकारी तथा निजी क्षेत्र की सूती वस्त्र कारखानों को नियंत्रित, निर्देशित और संचालित करती है। SPINFED की स्थापना के साथ ही राष्ट्रीय वस्त्र निगम द्वारा सन् 1974 में राजस्थान की तीन सूती वस्त्र मिल्स का अधिग्रहण किया गया था, जिससे सूती वस्त्र उद्योग को सार्वजनिक क्षेत्र का दर्जा मिला था।

1. राजस्थान सहकारी मिल्स – गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) (निजी क्षेत्र)

2. राजस्थान सहकारी कताई मिल्स – गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) (सहकारी क्षेत्र)

3. श्रीगंगानगर सहकारी कताई मिल्स – हनुमानगढ़ (सहकारी क्षेत्र)

4. गंगापुर सहकारी कताई मिल्स – गंगापुर (भीलवाड़ा) (सहकारी क्षेत्र)

• राजस्थान का मैनचेस्टर (वस्त्र नगरी) भीलवाड़ा को कहा जाता है।

संदर्भ[संपादित करें]

  1. "Sectoral Portal". industries.rajasthan.gov.in. अभिगमन तिथि 2023-02-28.