सामग्री पर जाएँ

मुस्लिम जातियों के हिन्दू पूर्वज

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

भारत के कुछ मुस्लिम लोगों के पूर्वज हिन्दू ही थे इस बारे में विभिन्न स्रोतों से जानकारी प्राप्त होती हेै । फ़्रन्कोईस गौइटर ने अपनी पुस्तक में माना हेै की मुस्लिम समुदाय के पूर्वज हिन्दू थे और वो श्री राम जी के भक्त थे जिससे लोगों ने उनको सम्मान देना आरम्भ कर दिया तथा वह अपने आप को विशेष व्यक्ति का दर्जा देने लगे और कुछ वर्षों उपरान्त खुद को ईश्वर का मसीहा समझने लगे ।[1]। इसी प्रकार के विवरण अन्य स्रोतों से भी मिलते है की वर्तमान दक्षिण पूर्वी एशिया के मुस्लिम जनसँख्या के मूल पूर्वज हिंदू थे।

भारत में धर्मान्तरण

[संपादित करें]

भारत वर्ष की कई हिंदू जातियां मध्यकालीन भारत में हिंदू धर्म छोड़ कर मुस्लिम धर्म में चली गयी थी। भारत में पाई जाने वाली विभिन्न मुस्लिम जातियों, जो अपना मूल हिंदू धर्म को मानती है, इसका संक्षिप्त विवरण निम्नांकित है -

*पटेल - गुजरात में पाई जाने वाली प्रमुख मुस्लिम जाति। १५ वि सदी में मुख्यत: इस जाति के लोगो ने मुस्लिम धर्म को स्वीकार कर लिया। ये अपना मूल हिंदू धर्म को मानते हैं। हिंदुओं में भी पटेल जाति पाई जाती हैं। आज भी ये लोग कई हिंदू परम्परा को ये मानते हैं, इनकी गोत्र गंगात, दलाल, देसी मुंशी आदि हिंदू सम्कक्ष में भी मिलते हे। यह जाति मुख्यत: अपने समाज में ही शादी करती है। [2]

*पिंजारा या पिनारा - रुई की धुनाई का कार्य करने वाली मुस्लिम जाति है। ये लोग ११ वि सदी में औरंगजैब के समय मुस्लिम धर्म में परिवर्तित हुए थे। किन्तु कुछ हिंदू धर्म के रीतियों और अपने बिरादरी में ही शादी करने की प्रथा हिंदू मूल को इंगित करती है।, हिंदू रस्म, खोल भारवो को मानते है[2]
कुछ गुजराती मुस्लिम जातीय जैसे लोहना मेमन आदि भी हिंदू धर्म से ही परिवर्तित हुए है।

*वघेर - एक मुस्लिम जाति जिसका शाब्दिक अर्थ हे चमर से हवा देने वाली - ये भी हिंदू धर्म से परिवर्तित मुस्लिम जाति और हिंदू समकक्ष वाघेर जाति भी गुजरात में पायी जाती है। ये लोग गो मांस खाते और सिर्फ अपनी समाज में ही शादी करते है। इनकी गोत्र शेठ,अंधक,अहीर,भोज,स्तवत्ता,गौर जो की प्रमुख यादव गोत्रों के समान जान पड़ती[2]

*सिंधी मुस्लिम - ये अपने आपको हिंदुओं से परिवर्तित मानते हैं और अपना मूल हिंदू जाट मानते हैं। इनके प्रमुख अटक या गोत्र इस प्रकार - डूडी, चौपड़ा,देसवाल,पूनिया,सऊ,सियाग,हूडा,सांई [2]

  • अतर - महाराष्ट्र में पाई जाने वाली एक मुस्लिम जाति है। ये लोग १२९४ से १६७४ ई० में धर्म परिवर्तित हुए थे[3]

*मांग गरुडी - मुस्लिम समाज में भी मांग गरु डी जाति पाई जाती है। पेज ६२२[3]

*मुस्लिम भांड - यह भी एक मुस्लिम जाति है जो कहानिया कहती है, यह जाति सिर्फ बिरादरी में ही शादी करती है। पेज २५२[3]

*मंसूरी या रंगरेज - ये लोग अपना मूल गुर्जर जाति को मानते हैं। इनके अनुसार रण स्वरुप सिंह गुर्जर के समय ये राजस्थान से गुजरात आए और यहाँ पर धर्म्नातरन कर लिया। आज भी इनकी प्रमुख गोत्र - मावी, तोंगड, कसाना, भड़ाना, अवाना, अंबावता, बैसोया, बिधूड़ी, बोकन, बट्ट, बड्डी, चेची, छाबरा, छोकर जोकि गुर्जर गोत्र भी है। [2]

*बोहरा - यह पश्चिमी भारत में पाई जाने वाली एक मुस्लिम जाति जो शिया समुदाय को मानती है। यह एक व्यापार आदि में सलग्न रहती है। मुहम्मद हबीबुल्लाह [राजा बाबू] के अनुसार बोहरा समुदाय स्थानीय भारतीय जातियों के धर्म परिवर्तन से ही बनी है। ये लोग अपने समाज में ही शादी करते है। आज भी कई हिंदू प्रथाओं को इनके जीवन में देखा जा सकता हैं। पेज १९५[3]

*देशवली- ये लोग पटेल जातियों से परिवर्तित माने जाते, देशवाली का अर्थ होता है देश के रक्षक। इन लोग का धर्म परिवर्तन मौहम्मद गोरी के समय हुआ था, ऐसा माना जाता है।

ये लोग गो मांस खाते है। पेज ३१२[2]

*चेजरा - इन्हें मिस्त्री जाति के नाम से भी जाना जाता है। ये लोग गुर्जर जाति से परिवर्तित, जो मो. गौरी के समय परिवर्तित हुऐ थे। ये लोग गो मांस खाते। इनकी प्रमुख गोत्र कसाना, भड़ाना, अवाना, अंबावता, बैसोया, बिधूड़ी, बोकन, बट्ट, बड्डी, चेची, छाबरा, छोकर है जो कि प्रमुख गुर्जर जातियों की गोत्र भी है। [2]

*इदरीसी - यह एक ऐसा समुदाय है जो जाट , गुर्जर ,राजभर, त्यागी, पटेल, अहिर, जाती के लोग मुस्लमान बने थे।

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]

अवश्य पढ़े

[संपादित करें]

नरक सफाई
हिन्दू जाति का उत्थान और पतन

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  1. Gautier, François (9 जून 2001). "A Western Journalist on India: The Ferengi's Columns". Har-Anand Publications. अभिगमन तिथि 9 जून 2019 – वाया Google Books.
  2. "Gujarat". Popular Prakashan. 9 जून 2003. अभिगमन तिथि 9 जून 2019 – वाया Google Books.
  3. Bhanu, B. V. (9 जून 2004). "People of India: Maharashtra". Popular Prakashan. अभिगमन तिथि 9 जून 2019 – वाया Google Books.