मसनबी

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उर्दू साहित्य में लंबी कथा कहने के लिए यह बहुप्रयुक्त छंद है। इस दो पंक्तियों के छंद की प्रत्एक पंक्ति में बराबर मात्राएं होती है। दोनो पंक्ति में तुकांतता भी होती है। हिंदी के बहुप्रयुक्त छंद चौपाइ के पहले दो चरण एक मसनबी के समान ही होते हैं। मसनबी में लिखी काव्य कथा की शुरुआत मुहम्मद साहब की वंदना से होती है। इसके बाद अन्य पैगम्बरों तथा शाहे वक्त की भी वंदना की जाती है। सूफी साहित्य प्रायः इसी शैली में लिखे गए हैं।