मधुकर वासुदेव धोंड

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
मधुकर वासुदेव धोंड
पेशासाहित्यकार
भाषामराठी भाषा
राष्ट्रीयताभारतीय
विषयसमालोचना
उल्लेखनीय कामsज्ञानेश्वरीतील लौकिक सृष्टि

मधुकर वासुदेव धोंड (४ अक्टूबर १९१४ - ५ दिसम्बर २००७; वांद्रे, मुंबई, महाराष्ट्र) मराठी भाषा के विख्यात साहित्यकार (समीक्षक) थे। इनके द्वारा रचित एक समालोचना ज्ञानेश्वरीतील लौकिक सृष्टि के लिये उन्हें सन् 1997 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]

प्रकाशित साहित्य[संपादित करें]

  • ऐसा विटेवर देव कोठे
  • तरीही येतो वास फुलांना
  • काव्याची भूषणे
  • चंद्र चवथिचा
  • जाळ्यातील चंद्र
  • मऱ्हाटी लावणी (समीक्षा)
  • ज्ञानेश्वरीतील लौकिक सृष्टी (साहित्य अकादमी पारितोषिक, सन् १९९७)
  • ज्ञानेश्वरी : स्वरूप, तत्त्वज्ञान आणि काव्य (साहित्य और समीक्षा)

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.