भवानी पाठक

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भवानी पाठक का कल्पित चित्र

पण्डित भवानीचरण पाठक १८वीं शताब्दी में बंगाल में अंग्रेजी शासन के शोषण तथा अत्याचारी नवाबों के विरुद्ध संगठित संन्यासी विद्रोह के प्रधान नायक थे। इसके अलावा वे रंगपुर के पीरगाछा क्षेत्र के मन्थना के जमींदार जयदुर्गा देवी चौधुरानी के नायब थे।

सन्दर्भ[संपादित करें]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]