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बापि टुडु

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बापी टुडू एक भारतीय लेखिका हैं। जो संताली में लिखते हैं।[1][2] उन्होंने अपनी लघु कथा पुस्तक "दूसी" के लिए 2023 में साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार जीता।[3][4]

बापी टुडू का जन्म 1998 में पश्चिम बंगाल के कदमडीहा में हुआ था। उन्होंने वर्ष 2021 में पश्चीम मेदिनीपुर जिले के ग्वालटोड स्थित एक उच्च माध्यमिक विद्यालय से अपनी शिक्षा पूरी की और संताली में मास्टर डिग्री प्राप्त की है और राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा और पश्चिम बंगाल एसईटी से उत्तीर्ण हुए हैं। वर्ष 2023 में उनकी पहली पुस्तक को साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार मिला, जो एक सफल लेखन करियर की शुरुआत थी।[5]

दूसी लघु कथाओं का एक संग्रह है जो समकालीन संताली समाज का उत्कृष्ट चित्रण करती है। कहानियां सामाजिक बुराइयों पर गंभीरता से विचार करती हैं और पाठक को समकालीन सामाजिक परिदृश्य द्वारा उत्सर्जित चिंता महसूस कराती हैं। ये कहानियाँ अपनी उज्ज्वल कथा-पद्धति, अद्भुत चरित्र-निर्माण, निर्दोष कथानक निर्माण और मानवता के संदेश को व्यक्त करने के तरीके के लिए उल्लेखनीय हैं। लेखक की भाषा महारथी है और कहानियों को बुनने में कल्पनाशक्ति आश्चर्यजनक है। इस प्रकार, साहित्य अकादमी अपनी युवा पुरस्कार संताली में बापी टुडू को उनकी लघु कथा 'दूसी' के लिए प्रदान कि है।

सन्दर्भ

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  1. "Sahitya Akademi announces winners of Bal Sahitya Puraskar, Yuva Puraskar". The Indian Express (अंग्रेज़ी में). 2023-06-23. अभिगमन तिथि 2024-01-11.
  2. "Sahitya Akademi Yuva Puraskar 2023" (PDF). Sahitya Akademi. 23 June 2023. अभिगमन तिथि 27 June 2023.
  3. "कौन हैं बापी टुडू? 25 साल के लड़के को पहली ही किताब ने दिलाया साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार". Prabhat Khabar. 2023-06-24. अभिगमन तिथि 2024-01-11.
  4. "..:: SAHITYA Akademi – Yuva Puraskar ::." sahitya-akademi.gov.in. अभिगमन तिथि 2024-01-11.
  5. Desk, Blitz India (23 June 2023). "Who is Bapi Tudu? Sahitya Akademi Youth Award for the very first book of a 25-year-old boy". अभिगमन तिथि 11 January 2024.