प्रतिबल
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प्रतिबल की परिभाषा सतत यांत्रिकी में प्रतिबल (stress) से आशय ईकाई क्षेत्रफल पर आरोपित उस आन्तरिक बल से है जो दूसरे कणों द्वारा अपने पड़ोसी कणों पर लगाया जाता है। इसकी इकाई न्यूटन/वर्ग मीटर या पासकल या किलोग्राम/मीटर/वर्ग सेकेण्ड होता है।
किसी बिन्दु के आसपास एक अत्यन्त छोटे से क्षेत्र \Delta A पर \Delta\vec F बल लगा हो तो कुल प्रतिबल निम्नलिखित प्रकार से परिभाषित किया जाता है-
कुल प्रतिबल को निम्नलिखित दो प्रतिबलों के सदिश योग के रूप में भी लिखा जा सकता है:
जहाँ:
- – परिणामी प्रतिबल सदिश
- – परिणामी आन्तरिक बल सदिश
- A – क्षेत्रफल
- – तल के लम्बवत प्रतिबल या अभिलम्ब प्रतिबल (normal stress)
- – तल के लम्बवत ईकाई सदिश
- – तल के समानान्तर प्रतिबल या अपरूपक प्रतिबल (shearing stress)
सन्दर्भ[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
- प्रतिबल-विकृति वक्र
- तनन सामर्थ्य
- संपीडन सामर्थ्य (कम्प्रेसिव स्ट्रेन्थ)
- अपरूपण सामर्थ्य
- बंकन (बेंडिंग)
- बंकन सामर्थ्य
- विकृति (स्ट्रेन)