पी. एस. नटराज पिल्लई

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

पी. एस. नटराज पिल्लई (1891 - 1966) एक भारतीय राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता सेनानी और संसद सदस्य थे। वे भारत की संविधान सभा के सदस्य भी थे। उन्होंने 1948 में दिल्ली में त्रावणकोर सरकार के सलाहकार के रूप में कार्य किया।

परिचय एवं राजनैतिक सफर[संपादित करें]

पिल्लई का जन्म मार्च 1891 में केरल के आलाप्पुड़ा जिले में हुआ था। नटराज एक भारतीय विद्वान मनोनमनियम पी. सुंदरम पिल्लई के पुत्र थे, जो एक पेशेवर रूप से प्रोफेसर (शिक्षक) थे, जिनके नाम पर तमिलनाडु के तिरुनेलवेली मे एक विश्वविद्यालय भी है।

स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए, वह वर्ष 1946 में त्रावणकोर संविधान सुधार समिति के सदस्य चुने गए थे। 1948 में उन्हें त्रावणकोर-कोचीन राज्य से भारत की संविधान सभा के लिए सदस्य चुना गया, और साथ ही दिल्ली में त्रावणकोर सरकार का सलाहकार नियुक्त भी किया गया।

1954 से 1956 तक उन्होंने त्रावणकोर-कोचीन राज्य की त्रिवेंद्रम-(१) विधान सभा सीट से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी (PSP) के टिकट पर विधायक के रूप में सेवा की। बाद में 1956 में उन्हे केरल सुधार समिति का सदस्य बनाया गया

1960 के केरल विधानसभा चुनाव में उन्होंने (नेदुमनगंड) विधानसभा सीट से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी की ओर से चुनाव लड़ा, लेकिन वह सीपीआई प्रत्याशी से हार गए।

1962 में, नटराज ने केरल की तिरुवनंतपुरम संसदीय सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा, सीपीआई प्रत्याशी कृष्णा पिल्लई को 10,458 वोटो से हराकर संसद पहुंने में विजयी हुए।

केरल के विकास के लिए उन्होंने हर संभव प्रयास किए, 1966 में सांसद के रूप में उनका निधन हो गया।

सन्दर्भ[संपादित करें]