पारिस्थितिक अनुक्रम
लम्बी अवधि में समय के साथ किसी पारिस्थितिक समुदाय (ecological community ) के प्रजातीय संरचना का क्रमशः बदल जाना पारिस्थितिक अनुक्रम (Ecological succession) कहलाता है। इस प्रक्रिया में कुछ दशक (जैसे वन्यजीव के लिए) से लेकर लाखों वर्षों का समय लग सकता है। यह कार्य शुरू में उस समुदाय में अपेक्षाकृत कुछ अग्रणी पौधों और पशुओं जानवरों से शुरू होता है और धीरे-धीरे विविधता और जटिलता को बढ़ती जाती है (अधिक पौधे/जन्तु) जो तब तक जारी रहती है जब तक कि चरम की अवस्था, अर्थात तथा स्व-शास्वता (self-perpetuating), न आ जाय।[1]
पादप अनुक्रमण
[संपादित करें]विशेष स्थान पर अनेक पादप समुदायों द्वारा परिवर्तन के पश्चात् चरम समुदाय (climax stage) का निर्माण होता है तो इसे पादप अनुक्रमण (plant succession) कहते हैं। यह जलाशय से प्रारम्भ हो तो जलक्रमक (hydrosere) कहलाता है, नग्न् क्षेत्र से शुरू हो तो मरुक्रमक (xerosere) कहलाता है।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Sahney, S.; Benton, M.J. (2008). "Recovery from the most profound mass extinction of all time". Proceedings of the Royal Society B: Biological Sciences. 275 (1636): 759–65. PMID 18198148. डीओआइ:10.1098/rspb.2007.1370. पी॰एम॰सी॰ 2596898.