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पामर नसों बॉयोमीट्रिक्स

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पामर नसों बॉयोमीट्रिक्स

Finger vein scanned
3D Finger vein biometric scanner

मनुष्य की हथेलियाँ बहुत ही बड़ी और उलझी हुई रक्त-कोष्ठक से बना है, इसलिए यह एक आवश्यक बॉयोमीट्रिक् उपकरण है जो की लोगो की पहचान के काम आता है| यह इसलिए भी जरूरी है क्यूंकि यह इंसान की सारी जिंदगी एक सामान रहता है| यह जांच करके पहचान करने का एक बहुत ही सुरक्षित तरीका है क्यूंकि इस तकनीक में पामर नसें त्वचा के नीचे छुपी होती है|[1]

पामर नसों बॉयोमीट्रिक्स काम कैसे करती है

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इस तकनीक में हथेली को इन्फ्रा रेड उर्जा के संपर्क में लाया जाता है, जिससे हथेली की रक्त कोशिकाओ में मौजूद डीओक्सीडाईसड हीमोग्लोबिन उर्जा के प्रभाव के कारण नसों की काली छवि बनता है| पामर नसों की रक्त कोशिकाओ से बनी काली छवि को पहले से दर्ज की गई उस इंसान की जानकारी से मिलाया जाता है| पामर नसों बॉयोमीट्रिक्स की तकनीक बिलकुल भी घटक नही है क्यूंकि इस तकनीक में इन्फ्रा रेड उर्जा उतनी ही मिलती है हथेली को जितनी की सूरज की किरने पड़ने पर मिलती है| इस तकनीक से कोई भी प्रकार का नुक्सान नही होता और न ही यह घटक सिद्ध हुई है|

  • इस तकनीक की नक़ल करना मुश्किल है क्यूंकि हथेली की नसें त्वचा के नीचे ही होती है|
  • यह तकनीक मनुष्य को पहचानने और उसकी जांच करने में बहुत ही फ़ायदा है|
  • स्वछता के साथ यह काम करती है| किसी भी प्रकार का नुक्सान नही होता|
  • यह तकनीक बहुत ही सटीक साबित हुई है!

सन्दर्भ

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  1. Cratty, Carol (20 January 2011). "Photos of hands backed up Pearl slaying confession, report finds". CNN. Retrieved 21 January 2011.