पानी में डूबना

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जब कोई व्यक्ति पूरी तरह से या फिर आंशिक रूप से पानी में डूबता है तो श्वांस अवरोध के कारण व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। पानी में व्यक्ति के डूबने की अलग-अलग स्थिति होती है जो की उसके मृत्यु की सम्भावना बढ़ाती है और मृत्यु का समय भी |

==प्रकार== 
  1. आंशिक(partial drowning): जब केवल चेहरा पानी में डूबता है व मुह व नाक से पानी अन्दर चला जाता है।
  2. सम्पूर्ण(complete drowning): जब सम्पूर्ण शरीर पानी में डूब जाता है।
  3. आद्र (wet- drowning): जब डूबने से शरीर के अंदर पानी भर जाता है।
  4. शुष्क( dry drowning): जब शरीर के अन्दर पानी जाने से पहले ही व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
==डूबने की अवस्थायें== 
  • कभी-कभी बेहोशी के कारण पानी में तत्काल मृत्यु हो जाती है किन्तु कभी-कभी व्यक्ति हाथ-पैर की हरकत करने के कारण पानी की सतह पर आ जाता है और सांस लेने के प्रयास में उसके शरीर में पानी चला जाता है। उस स्थिति को आद्र डूबना कहते हैं।
  • शरीर पानी में डूबने से उसमे पानी की मात्र बड जाती है जिसके कारण शारीर में पानी भर जाता है और शरीर पानी में डूब जाता है, जिसे सम्पूर्ण डूबना भी खा गया है।
  • मानव शरीर का औसत घनत्व १.०८ होता है जबकि पानी का १.०१ है जिसके कारण व्यक्ति पानी में डूब जाता है। [1]
==मृत्यु के कारण== 
  • दम घुटना
  • शॉक
  • बेहोशी
  • आघात
  • रक्ताघात
  • चोंटो के कारण
==लक्षण== 
  • चेहरा पीला पड़ जाना, आँखें आदि खुली,पुतलियाँ फैली हुई, जीभ बहर हो जाना|
  • नाक व मुंह से रक्त मिश्रित महीन झाग का पाया जाना|
  • हथेली एवम तलवे की चमड़ी का सफ़ेद हो जाना और उनका सिकुड़ जाना जिसे वॉशर वुमन हैण्ड भी कहते है, डूबने का लक्षण है।
  • पानी से बहर निकलने के पश्चात शरीर में सडन का पाया जाना|[2]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. O'Connell, Claire (3 August 2010). "What stops people shouting and waving when drowning?". Irish Times. Retrieved 29 December 2010
  2. "Drowning". Centers for Disease Control and Prevention. 23 September 2014. Retrieved 26 June 2016.