पकडौआ विवाह

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बिहार में 1980 के दशक में पकडौआ विवाह का चलन शुरू हुआ। यह एक ऐसा विवाह है जिसमें शादी के लायक लड़के का पहले अपहरण कर लिया जाता है और फिर डरा धमका कर उसका शादी करवाया जाता है।

              यह विवाह बिहार के पटना नवादा बेगूसराय में देखने को मिलती है जिसकी शुरुआत माना जाता है बेगूसराय जिले से, इसके अलावा यह पटना जिले के हिस्से मोकामा पंडारख बाढ़ जैसे इलाके में एक समय खूब चलन था। पकडौआ विवाह में गांव या परिवार के दबंग लोग इलाके के पढ़े लिखे और धन संपत्ति से संपन्न युवक का अपहरण कर लेते हैं, और उसकी शादी किसी लड़की से करा दिया जाता है,और विरोध करने पर युवक का पिटाई भी की जाती है, कई बार हथियार के दम पर युवक को डराया धमकाया जाता है,तथा उसके परिवार को भी धमका जाता है तब जाकर युवक को परिवार वाले राजी हो जाते हैं।