जेनेसिस पुस्तकालय

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जेनेसिस पुस्तकालय (लिबगेन) एक फाइल-शेयरिंग वेबसाइट लाइब्रेरी है। यह विद्वानों के पत्रिका लेखों, अकादमिक और सामान्य-रुचि वाली पुस्तकों, छवियों, कॉमिक्स, ऑडियोबुक तथा पत्रिकाओं के लिए बनाई गई है। यह साइट उस सामग्री तक पाठकों की पहुँच बनाती है जो कहीं और डिजिटाइज़ नहीं की गई है। यह सार्वजनिक रूप से उपलब्ध संसाधनों की फ़ाइलों का खोज योग्य डेटाबेस प्रदान करता है।

लिबगेन के ज़रिए कॉपीराइट कार्यों जैसे-एल्ज़ेवियर के साइंसडायरेक्ट वेब-पोर्टल से सामग्री के पी.डी.एफ. आदि तक पहुँचना आसान हो गया था। एल्ज़ेवियर सरीखे प्रकाशकों ने लाइब्रेरी जेनेसिस पर इंटरनेट चोरी का आरोप लगाया था।

इतिहास[संपादित करें]

जेनेसिस पुस्तकालय की जड़ें सोवियत संघ की संस्कृति से जुड़ी हैं। [1] ऐसे समाज में जहाँ छपी सामग्री तक सामान्य लोगों की पहुँच को भारी सेंसरशिप द्वारा कठोरता से नियंत्रित किया जाता था, इससे असंतुष्ट बुद्धिजीवियों ने गुप्त रूप से लोगों तक छपी सामग्रियों को पहुँचाने के लिए पांडुलिपियों की हाथ से लिखकर और उन्हें फिर से टाइप करके प्रतिलिपियाँ बनाई।

१९८० के दशक में सोवियत महासचिव मिखाइल गोर्बाचेव के समय में इसे वैध बना दिया गया था। बाद में किफ़ायती डेस्कटॉप कंप्यूटर और स्कैनर के आने के बाद बहुत कम शोध व्यय के साथ इस संस्कृति का बहुत तेजी से विस्तार हुआ।

१९९० के दशक में रूसी कंप्यूटर नेटवर्क (रूनेट) में बहुत से स्वयंसेवक शामिल हो गए जिसके कारण वह लाखों गैर-समन्वित योगदानों से भर गया। इसके बाद उसमें पुस्तकालय कर्मी विशेष रूप से सक्रिय हो गए। वे कहीं से पासवर्ड हासिल कर पश्चिमी इंटरनेट स्रोतों से वैज्ञानिक और विद्वानों के लेखों की प्रतियाँ डाउनलोड कर देते थे और फिर उस सामग्री को रूनेट पर अपलोड कर देते थे। २१ वीं सदी के आरंभिक दौर में ये सारे प्रयास समन्वित होकर एक विशाल तंत्र के रूप में तब्दील हो गए जिसे २००८ ई. तक जेनेसिस पुस्तकालय या लिबज़ेन के नाम से जाना गया।[2][3][4]


इन्हें भी देखें[संपादित करें]

संदर्भ[संपादित करें]

  1. ब्राउन, एलिज़ाबेथ नोलन (2022). "यू कांट स्टॉप पायरेट लाइब्रेरीज़". Reason. मूल से 9 अक्तूबर 2022 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 अक्तूबर 2022.
  2. जॉय करंगनीज़ एंड बलाज़स बोडो, "रशिया इज़ बिल्डिंग अ न्यू नैप्स्टर — बट फ़ॉर अकेडेमिक रिसर्च" Washington Post July 13, 2018 Archived दिसम्बर 15, 2020 at the वेबैक मशीन
  3. बोडो, बलाज़स (2018-04-27). लाइब्रेरी जेनेसिस इन नंबर्स: मैपिंग द अंडरग्राउंड फ़्लो ऑफ़ नॉलेज. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780262345705. मूल से 2023-01-17 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-11-01.
  4. जॉय करंगनीज़ (2018). शैडो लाइब्रेरीज़: ऐक्सेस टू नॉलेज इन ग्लोबल हायर एजुकेशन. एमआईटी प्रेस. पृ॰ 53. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-262-34570-5. मूल से 2023-01-17 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-05-10.