चार्ल का नियम
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सन् 1787 में चार्ल्स ने स्थिर दाब पर ताप के साथ किसी वायु (गैस) के आयतन में होने वाले परिवर्तन को एक नियम के रूप में प्रस्तुत किया | इसे चार्ल्स का नियम कहते है| इस नियमानुसार, स्थिर दाब पर किसी वायु (गैस) के निश्चित द्रव्यमान के ताप को 1 डिग्री सेल्सियस बढ़ाने पर उसका आयतन 0 डिग्री सेल्सियस के आयतन का 1/275 भाग बढ़ जाता है[1] |
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ Fullick, P. (1994), Physics, Heinemann, पपृ॰ 141–42, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-435-57078-1.