गायत्री रामायण

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वाल्मीकि रामायण में 24000 श्लोक हैं। वाल्मीकि जी ने गायत्री मंत्र के २४ बीजाक्षरों को इन श्लोकों में पाणित्यपूर्ण ढंग से जड़ दिया है। (१००० श्लोकों पर एक बीजाक्षर) इन २४ बीजाक्षरों से आरम्भ होने वाले श्लोकों के समूह को 'गायत्री रामायण' कहते हैं। कहा जाता है कि इन २४ श्लोकों के पाठ से वही फल प्राप्त होता है जो सम्पूर्ण रामायण के पाठ से मिलता है।

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गायत्री रामायण (संस्कृत विकिस्रोत पर)