कर्ज चुकौती व्यापन
कर्ज चुकौती व्यापन (Debt service coverage ratio; संक्षिप्त: डीएससीआर) अथवा कवरेज अनुपात अथवा ऋण सेवा व्याप्ति अनुपात वित्तीय मापक का अनुपात है। इसे यह मापक उस क्षमता के आकलन के लिए काम में लिया जाता है जो किसी इकाई की अपने ऋण सेवा दायित्वों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नकदी उत्पन्न कर सकती हो। इन दायित्वों में ब्याज, मूलधन और पट्टा भुगतान आदि शामिल हैं। डीएससीआर की गणना ऋण सेवा के लिए उपलब्ध परिचालन आय को देय ऋण सेवा की कुल राशि से विभाजित करके की जाती है। सरल शब्दों में यह मापक किसी इकाई की ऋण भुगतान करने की क्षमता को मापता है। डीएससीआर का अधिक मान सम्बंधित इकाई की ऋण भुगतान करने की क्षमता को दर्शाता है और इससे ऋण प्राप्त करना आसान हो जाता है।[1] बैंक और ऋणदाता अक्सर अनुबंध में एक शर्त के रूप में न्यूनतम डीएससीआर अनुपात का उपयोग करते हैं और इसके उल्लंघन को कभी-कभी डिफ़ॉल्ट माना जा सकता है।
उपयोग
[संपादित करें]व्यावसायिक वितीय मामलों में डीएससीआर का तात्पर्य ऋण पर वार्षिक ब्याज और मूल भुगतान को पूरा करने के लिए उपलब्ध नकदी प्रवाह की मात्रा को कहते है, जिसमें निक्षेप निधि भुगतान भी शामिल हैं।[2] व्यक्तिगत वित्तीय मामलो में डीएससीआर ऋण सेवा क्षमता निर्धारित करने में बैंक ऋण अधिकारियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले अनुपात को संदर्भित करता है।
गणना
[संपादित करें]सामान्यतः इसकी गणना इस सूत्र से की जाती है:
- DSCR = निवल परिचालन आय/कर्ज चुकौती
जहाँ:
- निवल परिचालन आय = ब्याज एवं कर-पूर्व अर्जन = (सकल परिचालन राजस्व) − (परिचालन लागत)
- कर्ज चुकौती = (मूलधन वापसी) + (ब्याज भुगतान) + (पट्टा भुगतान)[3]
किसी इकाई के कर्ज चुकौती व्यापन की गणना करने के लिए सबसे पहले इकाई की शुद्ध परिचालन आय निर्धारित की जाती है। शुद्ध परिचालन आय सकल राजस्व और परिचालन लागत का अन्तर होता है। शुद्ध परिचालन आय किसी इकाई अथवा परियोजना को वित्तीय लाभ देने से पहले की सत्य आय को बताता है।[4]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "India External Debt Report: भारत का विदेशी डेट सर्विस रेश्यो 5.3 फीसदी है- निर्मला सीतारमण - India external debt service ratio at 5.3 pc said nirmala sitharaman know more details". Jagran. अभिगमन तिथि 2024-02-15.
- ↑ DSCR finance term by the Free Online Dictionary
- ↑ "How to Calculate the Debt Service Coverage Ratio (DSCR)". 17 फ़रवरी 2016.
- ↑ सिंह, एस के; गुप्ता, संजय (2023). उधमिता. एसबीपीडी पब्लिकेशन्स. पृ॰ 135.