एनिमी एट द गेट्स
एनिमी एट द गेट्स | |
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एनिमी एट द गेट्स का पोस्टर | |
निर्देशक | जीन-जैक अनौद |
लेखक |
जीन-जैक अनौद अलायन गोडार्ड |
निर्माता | जीन-जैक अनौद |
अभिनेता |
जूड लॉ एड हैरिस रेचल विज़ जोसफ फिनीस बॉब हौस्किन्स गैब्रियेल थॉम्प्सन |
छायाकार | रॉबर्ट फ्रैसी |
संपादक |
नौय्सल बौइसन हम्प्री डिक्सन |
संगीतकार | जेम्स हॉर्नर |
वितरक |
पैरामांउट पिक्चर्स (अमेरिका) पैथे (ब्रिटेन) |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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लम्बाई |
१३१ मिनट |
देश |
अमेरिका जर्मनी ब्रिटेन आयरलैंड |
भाषायें |
अंग्रेजी़ जर्मन रूसी |
लागत | ६.८ करोड़ डॉलर |
एनिमी एट द गेट्स (अंग्रेजी़: Enemy at the Gates) २००१ का एक युद्ध आधारित चलचित्र है, जिसका निर्देशन जीन-जैक अनौद ने किया है। जूड लॉ, जोसफ फिनीस और एड हैरिस इस फिल्म के मुख्य अभिनेता हैं। यह फिल्म द्वितिय विश्व युद्ध में हुए 'स्टालिनग्राड की लडाई' की कहनी पर आधारित है।
इस चलचित्र का शीर्षक विलियम क्रैग की १९७३ कि अकाल्पनिक पुस्तक एनिमी एट द गेट्स: द बैटल ऑफ़ स्टालिनग्राड से लिया गया है। यह पुस्तक स्टालिनग्राड की लडाई में १९४२ से १९४३ के घटनाओं का वर्णन करती है। यह सोवियत निशानेबाज़ वैसिलि ग्रिगोर्यिविक जे़त्सेव (रूसी: Василий Григорьевич Зайцев) और उनके जर्मन प्रतिद्वंदी, मेजर इर्विन कोनिग (जर्मनः Erwin König) के बीच बढ़ रहे द्वंद्वयुद्ध पर आधरित है, जब वे दोनों युद्ध के दौरान एक दूसरे का पीछा करते हैं। इस चलचित्र के कुछ अंश एक अन्य पुस्तक वॉर ऑफ़ द रैट्स से भी लिए गए हैं। महादद्विपीय यूरोप में यह चलचित्र स्टालिनग्राड नाम से जारी किया गया था और यह इसी नाम के एक अन्य चलचित्र से बिल्कुल भिन्न है।
सारांश
[संपादित करें]सन १९४२, वैसिलि जे़त्सेव, जो कि ऊरल की पहाडियों में एक चरवाहा था, अब 'रेड आर्मी' का एक अति-आवश्यक और अग्र सैनिक है। उसे जर्मन फौज के खिलाफ एक आत्मघाती हमले के लिये भेजा जाता है। वैसिलि एक अचूक निशानेबाज़ है। वह अपने प्रभावशाली निशानेबाज़ी से स्वयं और कामिसार दानिलोव (Joseph Fiennes) को जार्मन सैनिकों से बचाता है। निकिता क्रुशशेव सैन्य संयोजन हेतु स्टालिनग्राड पहुँचते हैं। वह अफसरों से सैनिकों का मनोबल बढाने के लिये तर्क देने क अनुरोध करते हैं। दानिलोव, जो कि अब सिनिअर लेफ्टिनेंट है, सैनिकों और देशवासियों के लिये एक आदर्श ढूँढने का सूक्षाव देता है। इसके लिये वह वैसिलि की बहादूरी के किस्से सेना के सामाचार पत्र में छापता है। जल्द ही वैसिलि को राष्ट्र-वीर का दर्जा मिल जाता है। अन्य सैनिक और देशवासी युद्ध में अग्रसर होने की प्रेरणा लेते हैं और उसक प्रोत्साहन भी करते हैं। वैसिलि की अब सेना के स्नाईपर (sniper) विभाग में नियुक्ती हो जाती है। साथ ही साथ, दानिलोव और वैसिलि अच्छे दोस्त बन जाते हैं। तानिया (Rachel Weisz) एक गुप्त नागरिक-सैनिक है। दानिलोव और वैसिलि, दोनों ही तानिया को चाहते हैं। दानिलोव तानिया का तबादला इन्टेलिजन्स विभाग में करवा देता है।
वैसिलि दिन पर दिन कई जर्मन अफ़सरों को मार गिराता है। इस कारण जर्मन सेना अपने उत्तम तथा प्रतिष्ठित स्नाइपर (निशानेबाज़) मेजर इर्विन कोनिग को स्टालिनग्राड बुलाती है। मेजर इर्विन कोनिग को वैसिलि को मारने का काम सौंपा जाता है, जिससे कि सोवियत सेना का मनोबल टूट जाए और वे स्टालिंग्राड की लडाई हार जायें। मेजर कोनिग स्नाइपर स्कूल, जौ़सेन के अध्यक्ष हैं। मेजर कोनिग अपने तज़ुर्बे का इस्तमाल कर के वैसिलि और उसके साथियों को अपने चाल में फ़सा लेते हैं, जब तक कि वैसिलि यह चाल समझता है तब तक उसके दो साथी मारे जाते हैं। रेड आर्मी को अब मेजर कोनिग और उनके मिशन के बारे में पता चलता है। रेड आर्मी मेजर कोनिग को मारने के लिये उनके पूर्व शिष्य कूलिकोव (Ron Perlman) को वैसिलि की मदद करने के लिये नियुक्त करती है। यद्यपि, मेजर कोनिग अपने दांव से कूलिकोव को अपना स्थान प्रत्यक्ष करने के लिये मजबूर कर देते हैं। कूलिकोव को इसका आभास हो जाता है और इस कारण वैसिलि और कूलिकोव अपना स्थान बदलने के लिये छलांग लगाते हैं। इस दौरान मेजर कोनिग कूलिकोव के सर पर गोली दाग कर उसे मार गिराते हैं, पर वैसिलि फ़िर बच जाता है। वैसिलि, कूलिकोव की मृत्यु और कोनिग की कौशलात्मक और सटीक निशानेबाज़ी देखकर चौंक जाता है। यहाँ क्रुशशेव वैसिलि और कोनिग के बीच चल रही द्वंद्वयुद्ध को समाप्त करने के लिये डानिलोव पर ज़ोर डालता है।
तानिया स्नाइपर विभाग में वापस जाने के लिये अपनी अर्ज़ी दाखिल करती है। यह जानकर दानिलोव वैसिलि से गुजा़रिश करता है कि वह तानिया को आने से मना करे। वैसिलि कोशिश करता है, पर तनिया उसे बताती है कि कैसे जर्मन सेना ने उसके यहूदी माता-पिता को मारा था। यह सुनकर वैसिलि भावुक हो जाता है और तानिया को आने रोक नहीं पाता। साशा फ़िलिपोव, उम्र १२ साल, स्टालिन्ग्राड में अपनी माँ के साथ रहता है। वह अपना रोज़ी-रोटी चालाने के लिये जर्मन बेड़े में छोटे-मोटे काम करता है। साशा वैसिलि का प्रशंसक था। दालिनोव साशा को वैसिलि के लिये गुप्तचर बनने के लिये कहता है। वह उसे वैसिलि के बारे में कोनिग को गलत सूचना देने का कार्य सौंपता है, ताकि वैसिलि कोनिग को आसानी से मार दे। पहली बार वैसिलि कोनिग को घायाल करने में कामयाब हो जाता है, परंतु दूसरी बार वह थकावट के कारण कोनिग की प्रतिक्षा करते-करते युद्ध-स्थल में ही सो जाता है। इस दौरान, एक जर्मन सैनिक, जो कि शहीद सैनिकों का कीमती सामान लूट रहा था, वैसिलि की स्नाइपर लॉग-बुक उठा ले जाता है। जर्मन कमांड इस लॉग को वैसिलि की मौत का प्रमाण समझकर कोनिग की जर्मनी भेजने की व्यवस्था करती है, पर कोनिग को मालुम है कि वैसिलि अभी ज़िंदा है। इस बार साशा पर शक़ करते हुए, कोनिग साशा को अपने अगले गुप्त स्थल की जानकारी जान-बुझकर देता है। इस दौरान, तानिया और वैसिलि एक-दूसरे के प्रति अपना प्यार कबुलते हैं। यह जानकर दानिलोव अन्दर ही अन्दर वैसिलि से जलता है और अपने अफ़सरों को लिखे एक पत्र में उसकी उपेक्षा करता है।
कोनिग, वैसिलि और तानिया को अपने अगले गुप्त-स्थल के पास देखता है और उसका साशा पर शक़ साबित हो जाता है। कोनिग साशा को जान से मार कर एक पोल से लटका देता है, तकि वह वैसिलि को मार सके। यह देखकर वैसिलि तानिया से प्रतिज्ञा करता है कि वह कोनिग को अवश्य मारेगा और तानिया को दानिलोव के साथ साशा की माँ (Eva Mattes) को स्टालिन्ग्राड से बाहर भेजने के लिये कहता है। साशा की माँ को बंदरगाह पर ले जाते वक्त, विस्फ़ोट के कारण उड़े एक तेज़ झिटके से तानिया बुरी तरह घायल हो जाती है। यह सोचकर कि तानिया मर गयी है, वैसिलि के प्रति उसकी ईर्ष्या उसमें खुदके प्रति नफ़रत में बदल जाती है। वह वैसिलि के गुप्त-घात स्थल पर जाता है और खुद को जान-बूझकर प्रत्यक्ष (expose) कर देता है, ताकि मेजर कोनिग उसे वैसिलि समझ कर गोली चलाएँ और वैसिलि को कोनिग का पता चल जाए। इस प्रकिया में दनिलोव शहीद हो जता है। यह सोचकर कि वैसिलि मर चुका है, कोनिग मृत्य शरीर को जानने के लिये निकल पड़ते हैं। पर थोडे़ ही समय में कोनिग को पता चलता है कि वह खुद एक घातक चाल में फ़स चुके हैं और वैसिलि की नज़रों में हैं। कोनिग वैसिलि कि तरफ़ मुड़ते हैं और कोनिग के सर पर गोली दाग कर उन्हें मार देता है। दो महीने बाद्, स्टालिनग्राद अब आज़ाद है, वैसिलि तानिया को एक फील्ड-अस्पताल (field hospital) में पाता है।
मुख्य भूमिका
[संपादित करें]- जुड लॉ – वैसिलि जे़त्सेव
- एड हैरिस – इर्विन कोनिग
- रेचल वीज़ – तानिया शेर्नोवा
- जोसेफ़ फ़ियेन्स – दानिलोव
- बॉब होस्किन्स – निकिता क्रुशशेव
- रॉन पर्ल्मैन – कूलिकोव
- इवा मेट्स – माँ फ़िलिपोव्
- गेब्रियल थोम्सन – साशा फ़िलिपोव
- माथियास हबिश – फ्रेड्रिक पौलस
- सोफ़ी रोइस – लुड्मिला
- इवन श्वेडोफ्फ़ – वोलोड्या
- मारियो बंदी – एंटन
- जेन्नदी वेन्जेरोव – स्टार्शिना
- मिख़ायल मात्वेयेव – दादा
शूटिंग लोकेशन
[संपादित करें]- 'स्टालिन्ग्राद की लड़ाई' की शूटिंग बर्लिन, जर्मनी में हुई।
- वोल्गा नदी का पार करना कोट्टबस, जर्मनी में शूट किया गया था।