एक-रत्न
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एक-रत्न ("एक मीनार"), मंदिर वास्तुकला की एक शैली है जो बंगाल में विकसित हुई। इस शैली के मन्दिरों के नीचे वाला भाग चार-चाला मंदिरों जैसा ही होता है किन्तु इसकी छत बिल्कुल अलग (चपटी तथा बीच में एक मीनार) होती है।[1] यह रत्न मंदिरों की सरलतम शैली है। पंचरत्न (पाँच मीनारों से युक्त) तथा नवरत्न (नौ मीनारों से युक्त) , एकरत्न की अपेक्षा अधिक जटिल होते हैं।[1]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अ आ Amit Guha, Classification of Terracotta Temples, मूल से 31 जनवरी 2016 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 20 January 2016