एंटीकौयगुलांट
एंटीकौयगुलांट (anticoagulant)
[संपादित करें]एंटीकौयगुलांट दवाओं का वह वर्ग है जो रक्त जमावट (blood clotting) को रोकने के लिए इस्तेमाल होता है।[1] इस प्रकार के पदार्थ जोंक और खून चूसने वाले कीड़ों में प्राकृतिक रूप से पाया जाते हैं। दवाओं का एक समूह जिसे एंटीकौयगुलांट कहा जाता है, उसे थ्रोम्बोटिक विकारों के लिए दावा और इंजेक्शन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अत्तिरिक्त मौखिक एंटीकौयगुलांट भी उपलब्ध हैं। कुछ एंटीकौयगुलांट चिकित्सा उपकरणों में भी इस्तेमाल किये जाते हैं जैसे, टेस्ट ट्यूब (test tube), रक्त आधान बैग (blood transfusion bags), और गुर्दे की डायलिसिस (renal dialysis equipment)।
चिकित्सा में उपयोग
[संपादित करें]एंटीकौयगुलांट का इस्तेमाल इस बात पर आधारित एक निर्णय है की उसे इस्तेमाल करने के क्या जोखिम आर क्या लाभ होंगे। ऐनटीकोयगुलेशन का सबसे बड़ा जोखिम यह है की इसे रक्तस्राव का खतरा बढ़ (increased risk of bleeding) जाता है। हालाँकि स्वस्थ शरीर वाले लोगों में इसका खतरा कम होता है, परन्तु जो लोग हाल ही में सर्जरी, मस्तिष्क aneurysm , और अन्य प्रकार की इसी स्थितियों से ग्रस्त हैं उनको रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है। आमतौर पर ऐनटीकोयगुलेशन चिकित्सा को इस्तेमाल करने का सही लाभ तब मिलता है जब रोग की प्रगति या रोग से बचाव के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। ऐनटीकोयगुलेशन चिकित्सा से मिले हुए जाने माने कुछ लाभ:-
- आटरिअल फिब्रिल्लेशन (Atrial fibrillation)- आमतौर पर आटरिअल अप्पेंडेज (atrial appendage) थक्का (clot) गठन (form) करती है।
- कोरोनरी आर्टएरी रोग (Coronary artery disease)
- गहरी नस घनास्रता (deep vein thrombosis)- पल्मोनरी एम्बोलिस्म (pulmonary embolism) का आवेश पैदा कर सकते हैं।
सन्दर्
[संपादित करें]- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 2 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 मई 2017.