ऊषा थोरट
ऊषा थोरट | |
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भारतीय रिजर्व बैंक की डिप्टी गवर्नर
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कार्यकाल 10 नवम्बर 2005 से 9 नवम्बर 2010 | |
उत्तरा धिकारी | श्यामला गोपीनाथ[1] |
भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक
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कार्यकाल अप्रैल 2004 से नवंबर 2005 | |
जन्म | 20 फ़रवरी 1950 |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शैक्षिक सम्बद्धता | लेडी श्री राम कॉलेज, दिल्ली तथा दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स |
श्रीमती उषा थोराट (जन्म 20 फ़रवरी 1950) 10 नवम्बर 2005 से 9 नवम्बर 2010 तक भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर रहीं।
उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की थी।
अप्रैल 1972 में वे रिजर्व बैंक में शामिल हुई। वह रिजर्व बैंक स्टाफ कॉलेज में संकाय की सदस्या थीं और उन्होंने आरबीआई के गुवाहाटी कार्यालय में भी सेवाएं दीं। अप्रैल 2004 से उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक के पद पर कार्य किया। 2005 में वे डिप्टी गवर्नर बनीं और 2010 में इसी पद से रिटायर हुई।
वह बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक और भारतीय प्रतिभूति व्यापार निगम (सिक्योरिटीज़ ट्रेडिंग कार्पोरेशन ऑफ इंडिया) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में भी रहीं।
वे बैंक ऑफ इण्टरनैशनल सेटलमेंट्स की वैश्विक वित्तीय प्रणाली पर बनी समिति की सदस्या थीं। बैंक ऑफ इण्टरनैशनल सेटलमेंट्स की ही अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभूति आयोग संगठन द्वारा प्रतिभूति निपटान प्रणाली (सिक्योरिटीज़ सेटलमेंट्स सिस्टम) पर बनाई गई अंतर्राष्ट्रीय टास्क फोर्स की सदस्या भी रहीं। [2]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 22 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 अक्तूबर 2013.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 22 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 अक्तूबर 2013.