उल्लू नीहारिका

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उल्लू नीहारिका

उल्लू नीहारिका (अंग्रेज़ी: Owl Nebula, आउल नॅब्युला), जिसे मॅसिये वस्तु ९७ और ऍन॰जी॰सी॰ ३५८७ भी कहा जाता है, एक ग्रहीय नीहारिका है जो दूरबीन से आकाश में सप्तर्षि तारामंडल के क्षेत्र में नज़र आती है।[1]

उल्लू नीहारिका के केंद्र में एक १६वें मैग्निट्यूड की चमक रखने वाला एक तारा है, जिसका द्रव्यमान (मास) लगभग सूरज के द्रव्यमान का ०.७ गुना है। इस तारे के इर्द-गिर्द का द्रव्यमान लगभग सौर द्रव्यमान का ०.१५ गुना है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह नीहारिका आज से क़रीब ६,००० साल पूर्व बनी थी। इसे अगर अँधेरी रात में दूरबीन से देखा जाए तो इसमें दो उल्लू जैसे "आँखें" सी नज़र आती हैं, जिस से इस नीहारिका का नाम पड़ा है। इस नीहारिका की खोज सबसे पहले सन् १७८१ में प्येर मेशैं (Pierre Méchain) नामक फ़्रांसिसी खगोलशास्त्री ने की थी।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Michael E. Bakich. "1001 Celestial Wonders to See Before You Die: The Best Sky Objects for Star Gazers". स्प्रिंगर, 2010. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9781441917768.