अरुणाचल प्रदेश में स्थित राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों की सूची
राष्ट्रीय महत्त्व के स्मारक, भारत में स्थित वे ऐतिहासिक, प्राचीन अथवा पुरातात्विक संरचनाएँ, स्थल या स्थान हैं, जोकि, प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 किए अधीन, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के माध्यम से भारत की संघीय सरकार या राज्य सरकारों द्वारा संरक्षिक होती हैं। ऐसे स्मारकों को "राष्ट्रीय महत्त्व का स्मारक" होने के मापदंड, प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 द्वारा परिभाषित किये गए हैं। ऐसे स्मारकों को इस अधिनियम के मापदंडों पर खरा उतरने पर, एक वैधिक प्रक्रिया के तहत पहले "राष्ट्रीय महत्व" का घोषित किया जाता है, और फिर भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण के संसाक्षणाधीन कर दिया जाता है, ताकि उनकी ऐतिहासिक महत्त्व क्व मद्देनज़र, उनकी उचित देखभाल की जा सके।
राष्ट्रीय महत्त्व के स्मारकों को भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण द्वारा घोषित की जाती है, निम्न सूची, सर्वेक्षण की आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त है।[1] इसमें क्रमांक में दी गयी कूट, एक स्मारक की अवस्थिति, संरक्षणकरता और क्रमांक का बोध कराती है।
क्रमांक | विवरण | अवस्थिति | पता | जनपद/ज़िला | निर्देशांक | छवि |
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N-AR-1 | बिश्मकनगर के अवशेष | मिश्मी | दिबांग घाटी |
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N-AR-2 | अवशेष, भलुकपोंग | भलुकपोंग | पश्चिम कामेना |
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N-AR-3 | ताम्र मंदिर के अवशेष | तमरेश्वरी मंदिर, पाया के निकट | लोहित |
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N-AR-4 | मुग़ल नव्वारा के दो कुण्डीले बंदूक | ना-सादिया | पश्चिम कामेना |
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N-AR-5 | बादशाह शेरशाह की बंदूक | ना-सादिया | पश्चिम कामेना |
सन्दर्भ
[संपादित करें]Monuments of National Importance in Arunachal Pradesh से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। |