अपकर्ष

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समालोचनात्मक सिद्धांत में अपकर्ष अथवा अब्जेक्शन (abjection) विशेषतः समाज और नैतिकता के पैमाने पर नियमों और मानकों से अलग कर दिए जाने की अवस्था या भाव को कहते हैं। उत्तर-संरचनावाद में इस शब्द की खोज ऐसे शब्द के रूप में की हुई जो स्वाभाविक रूप से पारंपरिक पहचान और सांस्कृतिक अवधारणाओं को अशांत करता है।[1] जूलिया क्रिस्टेवा ने 1980 में इस अवधारणा पर प्रभावशाली और रचनात्मक अवलोकन किया। उन्होंने अपना कार्य पावर्स ऑफ़ होरर्स नाम से पुस्तक प्रकाशित की। इसमें उन्होंने अब्जेक्शन को व्यक्तिगत भय की अनुभूति के रूप में वर्णित किया है। क्रिस्टेवा ने इसे आम तौर पर दमित "शारीरिक वास्तविकता" या प्रतीकात्मक क्रम में वास्तविकता के प्रवेश के रूप में लिखा है।[2]

क्रिस्टेवा ने अब्जेक्शन को समझने के लिए स्त्री द्वेष, होमोफोबिया (समलैंगिकों के साथ घृणा), नरसंहार में भेदभावपूर्ण व्यवहार और लोकप्रिय डरावनी कहानियों का विश्लेषण किया। अब्जेक्शन की अवधारणा सिग्मंड फ्रायड और ज़ाक लाकाँ के पारंपरिक मनोविश्लेषणात्मक सिद्धांतों पर आधारित है। उनके अध्ययन अक्सर व्यक्तिगत भेद के विघटन की स्थिति पर केंद्रित है। ये फ्रायड के तंत्रिकाताप और लाकाँ के मनस्ताप के अनुसार हैं।[2][3]

मनोचिकित्सा में[संपादित करें]

अब्जेक्शन जैसी अवधारणाओं पर ध्यान दिलाने के लिए मनोचिकित्सक विशेष मनोविकृति के विकास में सांस्कृतिक संरचनाओं और जीवंत अनुभवों के बीच संबंधों की खोज की अनुमति देते हैं। ब्रुआन सेउ ने शर्म जैसे मनोवैज्ञानिक प्रभावकों के पूर्ण महत्व को समझने के लिए एक मनोवैज्ञानिक सिद्धांत के साथ विचारों में आत्म-निगरानी और स्थिति के फूको के विचारों को एक साथ लाने के महत्व पर ध्यान दिलाया।[4]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Childers, Joseph (1995). Childers, Joseph; Hentzi, Gary (संपा॰). The Columbia Dictionary of Modern Literary and Cultural Criticism. पृ॰ 1. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0231072434.
  2. Gross, Elizabeth (2012). "The Body of Signification". प्रकाशित Fletcher, John; Benjamin, Andrew (संपा॰). Abjection, Melancholia and Love: The Work of Julia Kristeva. Routledge. पपृ॰ 92–93. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0415522939.
  3. Sjhölm, Cecelia (2009). "Fear of Intimacy? Psychoanalysis and the Resistance to Commodification". प्रकाशित Oliver, Kelly; Keltner, S. K. (संपा॰). Psychoanalysis, Aesthetics, and Politics in the Work of Julia Kristeva. State University of New York Press. पपृ॰ 181–88. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1438426495.
  4. Dryden, Amy; Ussher, Jane M.; Perz, Janette (2014-11-02). "Young women's construction of their post-cancer fertility". Psychology & Health (अंग्रेज़ी में). 29 (11): 1443. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0887-0446. डीओआइ:10.1080/08870446.2014.932790.