इस लेख में विकिपीडिया के गुणवत्ता मानकों पर खरा उतरने हेतु अन्य लेखों की कड़ियों की आवश्यकता है। आप इस लेख में प्रासंगिक एवं उपयुक्त कड़ियाँ जोड़कर इसे बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।(अगस्त 2018)
इस लेख में शीर्ष अनुच्छेद मौजूद नहीं है। कृपया इस लेख में इसकी पहचान के लिए शीर्ष अनुच्छेद लिखे। (अगस्त 2018)
अदाणी समूह कोयला व्यापार, कोयला खनन खाद्य तेल तथा बिजली निर्माता कम्पनी है। जिसका मुख्यालय मुम्बई में है।
अदानी ग्रुप को स्थापित करने वाले गौतम अदानी है। फोर्ब्स मैग्जीन के मुताबिक, अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदानी 10 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं और अहमदाबाद के अरबपतियों में शुमार हैं। अदानी ग्रुप देश की सबसे बड़ी एक्सपोर्ट कंपनियों में से एक है। गौतम अदानी का जन्म अहमदाबाद के निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था और वे कुल सात भाई-बहन थे। पढ़ाई लिखाई करने से पहले रोजी-रोटी का सवाल आ गया। नतीजा यह हुआ कि कॉलेज की पढ़ाई के बाद उन्होंने गुजरात यूनिवर्सिटी में बीकॉम में एडमिशन तो ले लिया, लेकिन पढ़ाई आगे बढ़ नहीं पाई। 18 वर्ष की उम्र में पैसे कमाने के लिए मुंबई भाग आए और एक डायमंड कंपनी में तीन-चार सौ रुपये की नौकरी पर लग गए। दो साल वहां काम करने के बाद गौतम अदानी ने झावेरी बाजार में खुद का डायमंड ब्रोकरेज आउटफिट खोला। यहीं से उनकी जिंदगी पलटनी शुरू हो गई। वर्ष 1981 में अदानी के बड़े भाई मनसुखभाई ने प्लाटिक की एक यूनिट अहमदाबाद में लगाई और उन्होंने गौतम को कंपनी चलाने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने बड़े भाई की पीवीसी यूनिट संभाली और धीरे-धीरे कारोबार आगे बढ़ाया। 1988 में उन्होंने एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट कंपनी अदानी इंटरप्राइजेज की स्थापना की। आज अदानी ग्रुप का कारोबार दुनिया भर में फैला हुआ है। अदानी की पत्नी का नाम प्रीति है, जो कि पेशे से डेंटिस्ट हैं और अदानी फाउंडेशन की हेड हैं। अदानी के दो पुत्र हैं-करण और जीत। इतना ही नहीं अदानी के पास दो प्राइवेट जेट हैं, जिसमें उन्होंने बीचक्रॉफ्ट जेट 2005 में और हॉकर 2008 में खरीदी।
अप्रैल 2021 में, अदानी समूह बाजार पूंजीकरण में US$100 बिलियन को पार करने वाला भारतीय समूह बन गया। इसने अप्रैल 2022 में 200 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बाजार पूंजीकरण को पार कर लिया और ऐसा करने वाला टाटा समूह और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद तीसरा भारतीय समूह बन गया। नवंबर 2022 में, अडानी समूह का बाजार पूंजीकरण टाटा समूह को पीछे छोड़ते हुए 2029 तक $280 बिलियन (INR 24 ट्रिलियन) और बाजार पूंजी दृष्टि $1 ट्रिलियन तक पहुंच गया।
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें।