सदस्य:Neha1840644
मेरी तस्वीर | |
नाम | नेहा जाॅन्सन |
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जन्म तिथि | ०५/०८/२००० |
जन्म स्थान | बंगलौर |
देश | भारत |
नागरिकता | भारतीय |
शिक्षा तथा पेशा | |
शिक्षा | बीएससी |
महाविद्यालय | क्राइस्ट यूनिवर्सिटी |
विश्वविद्यालय | क्राइस्ट विश्वविद्यालय, बंगलौर |
उच्च माध्यामिक विद्यालय | एस एफ एस पब्लिक स्कूल |
सम्पर्क विवरण | |
ईमेल | neha.johnson@science.christuniversity.in |
परिचय[संपादित करें]
मेरा नाम नेहा जाॅन्सन है। मैं भारत की रहने वाली हूँ और मैं बंगलौर जिल्ले के डलेक्ट्रानिक सिटी मैं रहती हूँ। मैं अठारह साल की लड़की हूँ। मुझे गाना सुनना, किताबे पढ़ना, पियानो बजाना, बैडमिंटन खेलना पसन्द है। मैं बहुत ज़िम्मेदार और सहानूभूति रखने वाली लड़की हूँ। मुझे दूसरों की मदद करना पसंद है। मैं परोपकारी हूँ। मैंने कई अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लिया है। मैंने कई राष्ट्रीय क्वीज़ प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लिया है। मैं बहुत समयनिष्ट हूँ और सही समय पर पूरे दिन के सभी कार्य को करता हूँ।
शिक्षा[संपादित करें]
मैं क्राइस्ट विश्वविद्यालय, बैंगलूर मैं बी एस सी के पेहली वर्ष में पढ़ती हूँ। क्राइस्ट विश्वविद्यालय की स्थापना १९६९ में हुई थी। १९७२ में इसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) से मान्यता मिली। यह यूनिवर्सिटी अपनी फैकल्टी के प्रतिष्ठित और काबिल सदस्यों और खूबसूरत कैंपस के लिए जानी जाती है। यह खूबसूरत और हरा-भरा कैंपस चार बार बैंगलूर अरबन आर्ट कमिशन का बेस्ट कैंपस का पुरस्कार जीत चुका है। इंडिया टुडे-नीलसन २०१५ के सर्वे में भारत के बेस्ट कैंपस कॉलेज की लिस्ट में क्राइस्ट विश्वविद्यालय को चौथा स्थान दिया गया है। मैंने एस एफ एस पब्लिक स्कूल में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की।
परिवार[संपादित करें]
मेरे परिवार मे मेरे अलावा मेरे पिता जी, माँ और एक छोटा भाई है। मेरे पिता का नाम जाॅन्सन है और वह एक बोली प्रबंधक के रूप में काम करता है। मेरी माँ का नाम शिजी जॉनसन है। वह एक गृहिणी है। मेरा छोटा भाई का नाम रोहित है। मेरे परिवार के सभी सदस्य खुले दिमाग के है। हर क्षेत्र मे अच्छा करने केलिए वो मुझे हमेशा प्रेरित करते है। प्रोत्साहित करने के बजाय वो कभी मुझे पीछे नहीं खींचते है। इस परिवार में जन्म लेकर मैं बहुत खुश हूँ। मैं अपने माता-पिता का सम्मान करता हूँ।
रोल माॅडल[संपादित करें]
मेरी रोल माॅडल मलाला यूसूफ़जई है। वह वास्तव में सभी लड़कियों केलिए एक प्रेरणा है। उसे बहादुरी के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वर्ष २००९ में न्यूयार्क टाइम्स ने मलाला पर एक फिल्म भी बनाई थी। अत्यंत प्रतिकूल परिस्थितियों में शांति को बढ़ावा देने के लिए उसे साहसी और उत्कृष्ट सेवाओं के लिए, उसे पहली बार १९ दिसम्बर २०११ को पाकिस्तानी सरकार द्वारा पाकिस्तान का पहला युवाओं के लिए राष्ट्रीय शांति पुरस्कार मलाला यूसूफ़जई को मिला था।
लक्ष्य[संपादित करें]
मैं जैव प्रौद्योगिकी में अपना करियर बनाना चाह्ती हूँ। मुझे जैवप्रौद्योगिकी में बहुत रुचि है। यह विषय एक ऐसी तकनीक है जिसमें जीवित जीवों का उपयोग शामिल है। जैव प्रौद्योगिकी की मुख्य रुप में कृषि, खाद्य विज्ञान और दवा में उपयोग की जाती है। इसमें जीवित जीवों का उपयोग उपयोगी रसायनों और उत्पादों को बनाने या औद्योगिक कार्य करने के लिए किया जाता है। जैव प्रौद्योगिकी का लक्ष्य जीवाणु कोशिकाओं, खमीर, स्तनधारी कोशिकाओं, आदी जैसे जीवित जीवों का उपयोग करके दवाओं का उत्पादन करना है।
मुझे हमेशा से जीवविज्ञान में दिलचस्पी थी और मुझे उम्मीद है कि मैं एक महान जैवसूचना वैज्ञानिक बन जाऊँगा। मैं जीवनरक्षक दवाओं बनाकर इस दुनिया को एक बेहतर जगह बनाना चाहती हूँ। जैव प्रौद्योगिकी को अपने करियर के रूप में बनाकर् मैं अपने जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहती हूँ।