सदस्य:Dizna james/प्रयोगपृष्ठ/3 semester
एग्नेस मेरी फ्रांसिस ड्यूक्लाक्स[संपादित करें]
एग्नेस मेरी फ्रांसिस रॉबिन्सन पहली शादी के बाद एग्नेस मेरी फ्रांकोइस डार्मस्तेटेर और दूसरी शादी के बाद एग्नेस मेरी फ्रासिंस ड्यूक्लाक्स के नाम से जाना जाता था।वह एक कवि,निबंधकार,साहित्यिक आलोचक,उपन्यासकार और अनुवादक थी।वह फ्रांसिस माबेल रॉबिन्सन की बड़ी बहन थी।[1]
ज़िंदगी[संपादित करें]
एग्नेस ड्यूक्लाक्स, एग्नेस मेरी फ्रांसिस रॉबिन्सन के नाम से फरवरी २७,१८५७ में लेमिंग्टन, वार्विकशायर में पैदा हुई थी।कुछ सालों के बाद उनका परिवार एक कलात्मक समुदाय का हिस्सा बनने के लिए लंडन चला गया।रॉबिन्सन और उनकी छोटी बहन फ्रांसिस माबेल रॉबिन्सन ने लंडन के विश्वविद्यालय कॉलेज में शिक्षा प्राप्त की।रॉबिन्सन घर प्री-रैफेलाइट आंदोलन के चित्रकारों और लेखकों के लिए एक केंद्रीय स्थान बन गया था। १८७६ में रॉबिन्सन ने जॉन एडिटिंग साइमंड्स से मुलाकात की,जिन्होनें साहित्यिक सलाह प्रदान की,जैसे उसने अपना लेखन शुरू किया।उसकी पहली कविताओं की पहली पुस्तक 'हन्डंफुल ऑफ हनीसकल' १८७८ में प्रकाशित हुआ था और इसे बहुत सफलता से बधाई दी गई थी। १८८० में उनका परिवार इटली गया जहाँ रॉबिन्सन वर्नन ली (वायलेट पगेट) से मिले थे।१८८० के दशक के दौरान उसने लगभग हर साल कविता की एक किताब प्रकाशित की। साथ ही साथ एक उपन्यास 'आर्डेन' भी। १८८८ में रॉबिन्सन ने कॉलेज डे फ्रांस के यहूदी प्रोफसर जेम्स डार्मस्तेटेर से शादी की और पेरिस चली गई।डार्मस्तेटेर ने शादी के दौरान रॉबिन्सन की बहुत से कृतियों को फ़्रेंच में अनुवाद किया।पेरिस में रहने के दौरान रॉबिन्सन और उनके पति पेरिस के साहित्यिक समाज में शामिल हो गए। ६ साल के बाद अक्टूबर ९१,१८९४ में डार्मस्तेटेर के मृत्यु हो गई और रॉबिन्सन ३८ साल की उम्र में विधवा हो गई।उनके निधन के बाद वह फ्रांस में बने रहे, कई लेख लिखी और अपने दिवंगत पति के कृतियों के अनुवाद किया। १९०२ में उन्होनें लुई पास्चर के एक छात्र एमिल ड्यूक्लाक्स से शादी की। रॉबिन्सन उनके वैज्ञानिक अध्ययन का एक हिस्सा बन गयी और उनके लेखन में सहायता प्रदान की। १९०४ में ड्यूक्लाक्स के निधन के बाद रॉबिन्सन फ्रांस में रही और फ़्रेंच जीवन में अधिक ध्यान दिया।जब १९३९ में युद्ध शुरू हुआ,तो उसे ऑरिलैक में ले गए जहाँ रॉबिन्सन सुरक्षित और शांतिपूर्वक ज़िंदगी बिताई और अंग्रेजी कविता लिखना शुरू किया। १९४३ में उन्होनें आँखों के लिए एक ऑपरेशन किया, लेकिन ४ महीने बाद ९ फरवरी,१९४४ को उनकी मृत्यु हो गई। वह ८७ साल की उम्र में निधन हो गया और उसे ऑरिलैक में ही दफनाया गया।
कृति[संपादित करें]
र:The collected poems, lyrical and narrative, of A. Mary F. Robinson.djvu|अंगूठाकार|कविताएं]]
रॉबिन्सन ने कई सैकडों कविताओं और गाथा गीत लिखी हैं जो कि कई पत्रिकाओं और किताबों में प्रकाशित किए हैं।रॉबिन्सन ने अंग्रेज़ी और फ्रांसीसी दोनों में अपने स्वयं के संग्रह की किताबों को प्रकाशित किया और एमिली ब्रोंटे की पहली पूर्ण-लंबाई जीवनी को भी प्रकाशित किया।[2] १९०२ में रॉबिन्सन 'कविताएं और कथाएँ' प्रकाशित की,जिसमें कविताओं और लेखकों के विषय पर लिखी एक छोटी 'प्रस्तावना' थी। वह स्वीकार करती है कि कवियों को आज भले ही पहचान न मिले कल उनको भी मान्यता ज़रूर मिलेगी। रॉबिन्सन वह ही लिखती है जो वह देखती है और जानती है।उनके समय की सबसे विवादग्रस्त कविताओं का संग्रह है 'दि न्यू आर्केडिया' जो ग्रामीण इंग्लैंड में रहने वाले पात्रों की एक श्रृंखला की कहानियों को बताते है। रॉबिन्सन ने इन कविताओं के ज़रिए १८७० के दशक के कृषि मंदी के कारण हुई ग्रामीण गरीबी पर जागरूकता बढ़ाने की कोशिश की गयी है।[3]