श्री नाभावंशी फूलमाली समाज
श्री नाभावंशी फूलमाली समाज की उत्पत्ति विष्णु भगवान की नाभि से हुई है ऐसी मान्यता है साथ ही यह समाज प्राचिन काल से अधिकतर क़षि एवं बागवानी आदि कार्य में संलग्न है साथ ही यह समाज विभिन्न कास्तकारी कार्य भी करता हैं वर्तमान में यह समाज लगभग देश के हर राज्य में निवासरत है मुख्य रूप से जनसंख्या की अधिकता के आधार पर मध्यप्रदेश, राजस्थान, राज्यों में बहुतायत में है यह वर्तमान में पिछडी जाती होकर शासन द्वारा पिछडा वर्ग में दर्ज है उक्त समाज की शैक्षणिक स्थति पूर्व में काफी पिछडी थी पंरतु वर्तमान में समय के साथ शैक्षणिक एवं आथिर्क स्थति में काफी सुधार हो रहा है पंरतु वर्तमान तक भी समाज काफी पिछडा हुआ है जिसके सुधार हेतु सामाजिक स्तर पर काफी प्रयास किये जा रहे है एवं समाज की प्रदेश स्तर जिला स्तर एवं गा्म स्तर की सामाजिक कार्यकारिणों का गठन किया गया है जो समाज के विकास के लिये निरंत प्रयत्न रत है मध्यप्रदेश में समाज की समितियों का निम्नानुसार गठन किया गया है
प्रांतिय समिति
महाल समितियॉ
ग्राम समितियॉ