"बह्मांड घाट": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Mala chaubey (वार्ता | योगदान) छो {{अनेक समस्याएँ}} निम्न प्राचलों के साथ: अस्पष्ट, प्रसंग और स्रोतहीन (ट्विंकल) |
→top: {{अनेक समस्याएँ}} → {{Multiple issues}} एवं सामान्य सफाई |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{Multiple issues| |
|||
{{अनेक समस्याएँ|अस्पष्ट=जून 2018|प्रसंग=जून 2018|स्रोतहीन=जून 2018}} |
|||
{{अस्पष्ट|date=जून 2018}} |
|||
{{प्रसंग|date=जून 2018}} |
|||
{{स्रोतहीन|date=जून 2018}} |
|||
}} |
|||
पुराणों में वर्णनानुसार ब्रम्हांड घाट वह घाट है जहां भगवान श्री कृष्ण ने ब्रज रज का भोग किया था और माँ यशोदा के पूछने पर उन्हें अपने मुख में समस्त ब्रम्हांड के दर्शन कर दिए थे। |
पुराणों में वर्णनानुसार ब्रम्हांड घाट वह घाट है जहां भगवान श्री कृष्ण ने ब्रज रज का भोग किया था और माँ यशोदा के पूछने पर उन्हें अपने मुख में समस्त ब्रम्हांड के दर्शन कर दिए थे। |
08:23, 10 अप्रैल 2020 का अवतरण
इस लेख में अनेक समस्याएँ हैं। कृपया इसे सुधारने में मदद करें या वार्ता पृष्ठ पर इन समस्याओं पर चर्चा करें।
|
पुराणों में वर्णनानुसार ब्रम्हांड घाट वह घाट है जहां भगवान श्री कृष्ण ने ब्रज रज का भोग किया था और माँ यशोदा के पूछने पर उन्हें अपने मुख में समस्त ब्रम्हांड के दर्शन कर दिए थे।