"भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण": अवतरणों में अंतर

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दिनदहाड़े खटिया के ऊपर छाता के नीचे शनिदेवचरी चोदो आंदोलन तिहाड़ दिवस 17 जून 2017 ..............२६ जुलाई को अगला प्रथम नागरिक अवश्यम्भावी राष्ट्रपति जनप्रतिनिधि भगवान ९४७९०५६३४१ बजरंगी भाईजान & ०५ अगस्त को अगला द्वितीय नागरिक बरखास्त उपयंत्री प्रवासी भारतीय लेखक ९९८१०११४५५ दिवेश भट्ट भारत का अगला उपराष्ट्रपति सबसे पहले क्या करेंगे ? A. पत्रकार अजय साहू ९८२६१४५६८३ + संगीता सुपारी ९४२४२१९३१६ की हत्या B. जिंदा ईई इंजीनियर ज्ञान सिंह पिरोनिया ९४०६३••७६५ स्मृति ई फाइबर सीट मुद्रा परिवर्तन C. प्रसिद्ध लेखक भगवान के एन सिंह ७६९७१२८४९७ का त्रुटिहीन संविधान संशोधन D. सचिन ठेकेदार ९९२६२६३४१० को भारत रत्न अवार्ड " टट्टी बदल २ आन्दोलन २०१७ " E. पदग्रहण + पिंकी जानेमन का बिना कंडोम भरपेट भोजनदेश का अगला उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनने की प्रक्रिया आज 22 जून सेे शुुरू हो गई है। मुख्य निवार्चन आयुक्त नसीम जैदी और दो अन्य निवार्चन आयुक्तों ने बुधवार शाम को नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया। उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव के लिए 14 जून को अधिसूचना जारी होगी। नामांकन भरने की अंतिम तारीख 28 जून होगी l उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट के लिए मतदान 17 जुलाई को होगा, 20 जुलाई को मतगणना होगी। चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा- उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव बैलेट पेपर पर होंगे। चुनाव आयोग बैलेट पर पर टिक करने के लिए एक खास पेन मुहैया कराएगा। किसी और पेन का उपयोग करने पर वोट अवैध हो जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा, उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव को लेकर कोई भी पार्टी अपने विधायक, सांसद को व्हिप जारी नहीं कर सकती है। मोदी सरकार और विपक्ष ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले है। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में एनडीए का पलड़ा भारी नजर रहा है। दूसरी ओर सोनिया गांधी ने विपक्षी एकता का आह्वान किया। शुक्रवार को उन्होंने संसद भवन में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक की है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार अगले कुछ दिनों में सरकार और विपक्ष जल्द ही अपने उम्मीदवार भारतीय लेखक दिवेश भट्ट का नाम तय कर लेगी। किस तरह चुना जाता है उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट भारत में उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव अप्रत्यक्ष मतदान से होता है। लोगों की जगह उनके चुने हुए प्रतिनिधि उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट को चुनते हैं। उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट का चुनाव एक निर्वाचन मंडल या इलेक्टोरल कॉलेज करता है। इसमें संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) और राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। क्या मोदी सरकार के पास है उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनने का बहुमत एनडीए सरकार के पास फिलहाल 5,37,614 वोट है। उसे वाईएसआर कांग्रेस के 9 सांसदों का समर्थन मिल गया है। इसके अलावा एनडीए की नजर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी पर है। इन दोनों दलों में से कोई अगर एनडीए के साथ आ जाता है तो उनका उम्मीदवार आसानी से जीत जाएगा। दूसरी ओर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीएम, बीएसपी, आरजेडी जैसे प्रमुख विपक्षी दल संयुक्त उम्मीदवार उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट उतारने की कवायद में है। इनके पास फिलहाल 4,02,230 इतने वोट है। इसके अलावा गैर यूपीए-एनडीए दलों के पास करीब 1.60 लाख मत है। वैसे मौजूदा समय में आंकड़ों के लिहाज से एनडीए का पलड़ा भारी है, लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दल एक साझा उम्मीदवार उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट को उतार कर एनडीए काे चुनौती पेश करने का कोशिश कर सकता है. इस बाबत सरकार ने अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है और कई नामों को लेकर चर्चा हो रही है. दिनदहाड़े खटिया के ऊपर छाता के नीचे शनिदेवचरी चोदो आंदोलन तिहाड़ दिवस 17 जून 2017 ..............२६ जुलाई को अगला प्रथम नागरिक अवश्यम्भावी राष्ट्रपति जनप्रतिनिधि भगवान ९४७९०५६३४१ बजरंगी भाईजान & ०५ अगस्त को अगला द्वितीय नागरिक बरखास्त उपयंत्री प्रवासी भारतीय लेखक ९९८१०११४५५ दिवेश भट्ट भारत का अगला उपराष्ट्रपति सबसे पहले क्या करेंगे ? A. पत्रकार अजय साहू ९८२६१४५६८३ + संगीता सुपारी ९४२४२१९३१६ की हत्या B. जिंदा ईई इंजीनियर ज्ञान सिंह पिरोनिया ९४०६३••७६५ स्मृति ई फाइबर सीट मुद्रा परिवर्तन C. प्रसिद्ध लेखक भगवान के एन सिंह ७६९७१२८४९७ का त्रुटिहीन संविधान संशोधन D. सचिन ठेकेदार ९९२६२६३४१० को भारत रत्न अवार्ड " टट्टी बदल २ आन्दोलन २०१७ " E. पदग्रहण + पिंकी जानेमन का बिना कंडोम भरपेट भोजनदेश का अगला उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनने की प्रक्रिया आज 22 जून सेे शुुरू हो गई है। मुख्य निवार्चन आयुक्त नसीम जैदी और दो अन्य निवार्चन आयुक्तों ने बुधवार शाम को नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया। उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव के लिए 14 जून को अधिसूचना जारी होगी। नामांकन भरने की अंतिम तारीख 28 जून होगी l उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट के लिए मतदान 17 जुलाई को होगा, 20 जुलाई को मतगणना होगी। चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा- उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव बैलेट पेपर पर होंगे। चुनाव आयोग बैलेट पर पर टिक करने के लिए एक खास पेन मुहैया कराएगा। किसी और पेन का उपयोग करने पर वोट अवैध हो जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा, उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव को लेकर कोई भी पार्टी अपने विधायक, सांसद को व्हिप जारी नहीं कर सकती है। मोदी सरकार और विपक्ष ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले है। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में एनडीए का पलड़ा भारी नजर रहा है। दूसरी ओर सोनिया गांधी ने विपक्षी एकता का आह्वान किया। शुक्रवार को उन्होंने संसद भवन में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक की है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार अगले कुछ दिनों में सरकार और विपक्ष जल्द ही अपने उम्मीदवार भारतीय लेखक दिवेश भट्ट का नाम तय कर लेगी। किस तरह चुना जाता है उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट भारत में उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव अप्रत्यक्ष मतदान से होता है। लोगों की जगह उनके चुने हुए प्रतिनिधि उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट को चुनते हैं। उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट का चुनाव एक निर्वाचन मंडल या इलेक्टोरल कॉलेज करता है। इसमें संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) और राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। क्या मोदी सरकार के पास है उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनने का बहुमत एनडीए सरकार के पास फिलहाल 5,37,614 वोट है। उसे वाईएसआर कांग्रेस के 9 सांसदों का समर्थन मिल गया है। इसके अलावा एनडीए की नजर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी पर है। इन दोनों दलों में से कोई अगर एनडीए के साथ आ जाता है तो उनका उम्मीदवार आसानी से जीत जाएगा। दूसरी ओर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीएम, बीएसपी, आरजेडी जैसे प्रमुख विपक्षी दल संयुक्त उम्मीदवार उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट उतारने की कवायद में है। इनके पास फिलहाल 4,02,230 इतने वोट है। इसके अलावा गैर यूपीए-एनडीए दलों के पास करीब 1.60 लाख मत है। वैसे मौजूदा समय में आंकड़ों के लिहाज से एनडीए का पलड़ा भारी है, लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दल एक साझा उम्मीदवार उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट को उतार कर एनडीए काे चुनौती पेश करने का कोशिश कर सकता है. इस बाबत सरकार ने अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है और कई नामों को लेकर चर्चा हो रही है. 

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[[File:Queue at ATM for INR 100 Notes - Howrah 2016-11-08 1773.JPG|thumb|[[हावड़ा]] के एक एटीएम पर नोटों के लिए लगी कतार, 8 नवम्बर 2016]]

'''भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण''', जिसे मीडिया में छोटे रूप में '''नोटबंदी''' कहा गया, की घोषणा 8 नवम्बर 2016 को रात आठ बजे (आईएसटी) [[भारत के प्रधानमंत्री|भारतीय प्रधानमंत्री]] [[नरेंद्र मोदी]] द्वारा अचानक राष्ट्र को किये गए संबोधन के द्वारा की गयी। यह संबोधन टीवी के द्वारा किया गया। इस घोषणा में 8 नवम्बर की आधी रात से देश में 500 और 1000 रुपये के नोटों को खत्म करने का ऐलान किया गया। इसका उद्देश्य केवल [[काला धन|काले धन]] पर नियंत्रण ही नहीं बल्कि [[जाली मुद्रा|जाली नोटों]] से छुटकारा पाना भी था।
<ref name = navbharat>[http://m.navbharattimes.indiatimes.com/business/business-news/rs-500-and-1000-currency-demonetised-plan-conceived-6-months-ago-to-weed-out-black-money/articleshow/55325809.cmsसिर्फ छह लोगों को थी 500 और 1000 के नोटों के बंद किए जाने की जानकारी] - [[नवभारत टाइम्स]] - 9 नवम्बर 2016</ref>

==पृष्ठभूमि==
कुछ खबरों के अनुसार, यह योजना छह महीने पहले बननी शुरू हुई थी। सरकार के इस फैसले की जानकारी केवल कुछ लोगों को थी। ये लोग थे- मुख्य सचिव [[नृपेंद्र मिश्रा]], पूर्व और वर्तमान [[आरबीआई गवर्नर]], वित्त सचिव [[अशोक लवासा]], आर्थिक मामलों के सचिव [[शक्तिकांत दास]] और [[भारत के वित्त मंत्री|वित्त मंत्री]] [[अरुण जेटली]]। योजना को लागू करने की प्रक्रिया दो महीने पहले शुरू हुई थी।<ref name = navbharat />

{{नरेन्द्र मोदी}}
==इतिहास और सांख्यिकी==
इससे पहले, इसी तरह के उपायों को [[भारत की स्वतंत्रता]] के बाद लागू किया गया था। जनवरी 1946 में, 1000 और 10,000 रुपए के नोटों को वापस ले लिया गया था और 1000, 5000 और 10,000 रुपए के नए नोट 1954 में पुनः शुरू किये गए थे। 16 जनवरी 1978 को [[जनता पार्टी]] की गठबंधन सरकार ने फिर से 1000, 5000 और 10,000 रुपए के नोटों का विमुद्रिकरण किया था ताकि जालसाजी और काले धन पर अंकुश लगाया जा सके।<ref>{{cite web | url=http://www.livemint.com/Politics/uzZItqeHdMPHHgFJaq2BnM/A-history-of-demonetization-in-India.html | title=Rs500, Rs1000 notes may be back, if history is a guide | work=Live Mint | date=8 November 2016 | accessdate=9 November 2016 | author=Gopika Gopakumar, Vishwanath Nair}}</ref>

28 अक्टूबर 2016 को भारत में ₹17.77 लाख करोड़&nbsp;(यूएस$260&nbsp;बिलियन) मुद्रा सर्कुलेशन में थी। मूल्य के आधार पर 31 मार्च 2016 को आई [[रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया]] की रिपोर्ट अनुसार, सर्कुलेशन में नोटों की कुल कीमत&nbsp;₹16.42 लाख करोड़ (यूएस$240&nbsp;बिलियन) है, जिसमें से 86% (अर्थात ₹14.18 लाख करोड़ &nbsp;(यूएस$210&nbsp;बिलियन)) 500 और 1000 के नोट हैं। वॉल्यूम के आधार पर रिपोर्ट अनुसार, 9,026.6 करोड़ नोटों में से 24% (अर्थात 2,203&nbsp;करोड़) बैंक नोट सर्कुलेशन में हैं। <ref name="equiped">{{cite web | url=http://indianexpress.com/article/opinion/web-edits/rs-500-rs-1000-notes-are-banks-equipped-to-replace-1874-crore-pieces-of-notes-4364746/ | title=Are banks equipped to replace 2,300 crore pieces of Rs 500 and Rs 1,000 notes? | work=[[Indian Express]] | date=9 November 2016 | accessdate=9 November 2016 | author=Damodaran, Harish}}</ref>
प्रधानमंत्री मोदी की आधिकारिक घोषणा के बाद रिज़र्व बैंक के गवर्नर [[उर्जित पटेल]] और आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सभी मूल्यवर्ग के नोटों की आपूर्ति में 2011 और 2016 और बीच में 40% की वृद्धि हुई थी, ₹ 500 और ₹ 1000 पैसों में इस अवधि में क्रमश: 76% और 109% की वृद्धि हुई। इस जाली नकदी को भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों मे इस्तेमाल किया गया था। इसके परिणाम स्वरुप नोटों को खत्म करने का निर्णय लिया गया था।

अतीत में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नोटबंदी का जोरदार विरोध किया था। भाजपा प्रवक्ता [[मीनाक्षी लेखी]] ने 2014 में कहा था कि 'आम औरत और आदमी, जो लोग अनपढ़ हैं और बैंकिंग सुविधाओं तक जिनकी पहुँच नहीं है ऐसे लोग इस तरह के उपायों से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। मुख्य रूप से कुछ समय के अंतराल में स्वयं जनता 2000 के नोट को चलन से बाहर कर देगी, क्योंकि जहाँ कम मुल्य की वस्तु खरीदनी हो तब दुकानदार आपसे 2000 के नोट नहीं लेगा। परिणाम स्वरूप 2000 के नोट की या तो जमाखोरी होगी अथवा काले धन का ही सृजन करेगें। सरकार को इस विषय पर प्रारंभिक समय से सचेत रहने की आवश्यकता है। <ref>{{cite web|url=http://www.hindustantimes.com/india-news/the-measure-is-anti-poor-when-bjp-opposed-demonetisation-during-upa-govt/story-1HSYEYCaX3SaIsRS6q2rhJ.html|title=The measure is ‘anti-poor’: When BJP opposed demonetisation during UPA govt|date=12 November 2016|publisher=हिन्दुस्तान टाईम्स|accessdate=12 November 2016|author=Kumar Uttam}}</ref><ref>{{cite web|url=http://www.huffingtonpost.in/2016/11/11/bjp-had-a-very-different-view-on-demonetisation-in-2014/|title=BJP Had A Very Different View On Demonetisation In 2014|date=11 November 2016|publisher=Huffingtonpost.in|author=Betwa Sharma|accessdate=12 November 2016}}</ref><ref>{{cite web|url=http://indianexpress.com/article/india/india-news-india/demonetisation-bjp-aap-currency-ban-4370935/|title=Explain opposition to similar move by UPA: AAP to BJP on demonetisation|date=12 November 2016|publisher=द इंडियन एक्सप्रेस|accessdate=12 November 2016}}</ref><ref>{{cite web|url=http://blogs.timesofindia.indiatimes.com/sanjeev-singh-blog/how-bjp-had-termed-demonetisation-as-anti-poor-in-2014/|title=How BJP had termed demonetisation as ‘anti-poor’ in 2014|date=|publisher=Blogs.timesofindia.indiatimes.com|author=5:23 pm|accessdate=12 November 2016}}</ref>

==नियम==
बैंकों से नोट बदलने की प्रक्रिया 30 दिसम्बर 2016 तक चली, इसके बाद पुराने नोट बदलने का कार्य केवल आर० बी० आई० द्वारा ही किया जायेगा।
*'''नोट बदलने की प्रक्रिया समाप्त होने तक चली प्रक्रियाएं''':
#[[एटीएम]] से किसी एक दिन में ₹2,500 तक निकाल सकते हैं।
#एक दिन में ग्राहक बैंक काउंटर से ₹24,000 से ज़्यादा नहीं निकाल सकता लेकिन इसमें एटीएम से निकाली गई राशि शामिल नहीं है।
#किसी एक हफ़्ते में एक ग्राहक ₹24,000 तक बैंक से निकाल सकता है। इसमें भी वो रक़म शामिल नहीं है जो एटीएम से निकाली गई हो।
#एक महीने के अंदर कोई भी ग्राहक ₹20,000 तक ही नक़द बैंक काउंटर से निकाल सकता है। [[आरबीआई]] ने 30 दिसंबर तक उस सीमा को ख़त्म कर दिया है जिसमें एटीएम पर किए गए महीने के पांच लेनदेन के बाद के इस्तेमाल पर शुल्क लगता था।
#एक बार में ₹2000 तक बैंक में बदल सकते हैं। इसके लिए किसी भी सरकारी फोटो-आईडी की एक फोटोकॉपी चाहिए। बैंक में एक फॉर्म भरने के बाद पुराने नोट बदल सकते हैं।
#एक दिन में एक व्यक्ति एक ही बार ₹2,000 के नोट बदल सकता है। एक ही आईडी पर दो बार पैसे जमा नहीं होंगे।
#कोई भी व्यक्ति अपने निजी बैंक खाते में जितना चाहे पैसा जमा कर सकता है, जिसमें 500, 1000 के नोट शामिल हैं। लेकिन इस प्रक्रिया में थर्ड पार्टी डिपॉज़िट की इजाज़त नहीं दी गई है लेकिन अगर मजबूरन करना पड़े तो जमा करने वाले की और जिसका खाता है उसकी असली आईडी दिखानी पड़ेगी। हालांकि सरकार ने कहा है कि ₹2,50,000 तक जमा किए गए 500 या 1000 रुपए के नोटों तक के बारे में कोई जवाब नहीं माँगा जाएगा, लेकिन उससे ज़्यादा की राशि में हो सकता है कि [[आयकर विभाग]] इसकी जांच करे और अगर पुराने टैक्स या इनकम से ये राशि असामान्य लगती है और जांच में गड़बड़ी साबित होती है तो इस पर 200% की पेनल्टी लगाई जाएगी।
#[[ई-बैंकिंग]] लेनदेन पर कोई भी रोक नहीं है और कोई व्यक्ति [[आरटीजीएस]], [[एनईएफटी]], [[आईएमपीएस]], [[पेटीएम]], [[मोबाइल बैंकिंग]] वैगेरह के ज़रिए जितने चाहे पैसा किसी दूसरे को दे सकते हैं।<ref>[http://www.bbc.com/hindi/37934142 बैंकों और 500-1000 के नोट पर 15 अहम बात] -[[बीबीसी]] - 10 नवम्बर 2016</ref>
===नोटों के लिए भी लगी स्याही===
काले धन को सफ़ेद करने के लिए एक ही व्यक्ति बार -बार लाइन में लग कर बैंको में भीड़ बढ़ा रहे हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अब बैंको में नोट बदलने वाले के अंगुली में अमिट स्याही लगाई गई। <ref>http://rajasthanpatrika.patrika.com/story/sikar/indelible-ink-to-stop-repeated-exchange-of-notes-2372902.html?utm_source=Twitter&utm_medium=Social</ref>

==नए नोट==
*'''500 रुपए के नए नोट''' का आकार 66 मिली मीटर x 150 मिली मीटर है। साथ ही उस पर [[आरबीआई]] के गवर्नर [[उर्जित पटेल]] के हस्ताक्षर हैं। नोट के पीछे [[लाल किले]] की तस्वीर होगी व '[[स्वच्छ भारत अभियान]]' का लोगो भी है। ये नोट '[[महात्मा गांधी न्यू सीरीज ऑफ नोट्स]]' कहलाएंगे। अब नोट के बीच में [[महात्मा गांधी]] की तस्वीर है। इस बार [[देवनागरी अंक|हिंदी अंकों]] में ₹५०० (500) भी लिखा है।<ref name = ndtv />

*'''2000 रुपए का नोट''' गुलाबी रंग का है। इसमें पीछे की ओर '[[मंगलयान]]' की तस्वीर है। इसका आकार 66 मिली मीटर x 166 मिली मीटर है। नोट के सीरियल नंबरों का फोंट साइज बदला गया है।इस नोट पर भी देवनागरी अंकों में ₹2000 (₹२०००) लिखा है।<ref name = ndtv>[http://khabar.ndtv.com/news/file-facts/10-imp-points-main-features-of-500-rs-and-2000-rs-notes-know-all-about-1623176 10 खास बातें : 500 और 2000 रुपए के नए नोट पुराने नोटों से कैसे अलग होंगे, जानें] - [[एनडीटीवी]] - 9 नवम्बर 2016</ref>

==प्रभाव==
*[[बीएसई सेंसेक्स]] 651.49 अंक गिरा। ये गिरावट 2.36 फ़ीसद की है।
इसके साथ-साथ [[निफ्टी 50|निफ़्टी]] में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। [[एनएसई]] में 2.64 फ़ीसद या 225.40 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।<ref>[http://www.bbc.com/hindi/india-37917986 500 और 1000 का नोट बंद होने से शेयर बाज़ार में हाहाकार] - [[बीबीसी]] - 9 नवम्बर 2016</ref>

अनेक बाजारों में दुकानों को आईटी (इनकम टैक्स) विभाग द्वारा छापे के डर की वजह से बंद कर दिया गया।
[[हवाला]] ऑपरेटर भी भागे-भागे फिरने लगे और सोचन लगे कि इस तरह की भारी नकदी के साथ क्या करना चाहिए। देश के कई राज्यों में इनकम टैक्स विभाग ने छापे मारे। आयकर विभाग ने [[दिल्ली]] के [[चांदनी चौक]], मुंबई में तीन जगहों और [[चंडीगढ़]] [[लुधियाना]] के साथ-साथ कई शहरों में अवैध तरीके से नोट बदलने और हवाला कारोबार के शक में छापे डाले।<ref>[http://khabar.ndtv.com/news/business/traders-in-delhis-chandni-chowk-shut-shops-fearing-tax-raids-1624161 नोटबंदी के बाद अब निशाने पर हवाला कारोबार, दिल्ली समेत कई शहरों में इनकम टैक्स के छापे जारी] - [[एनडीटीवी]] - 12 नवम्बर 2016</ref>
18 नवम्बर को व्यवसाय चलाने के लिए पैसे नहीं होने का हवाला देते हुए [[मणिपुर]] में अखबारों ने अपने कार्यालय बंद कर दिए। इसके परिणामस्वरूप शुक्रवार के बाद से मणिपुर में अखबार नहीं छपे। जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती और पैसे की उपलब्धता नहीं हो जाती, तब तक कार्यालय बंद रहेंगे , ऐसी बात बताई गाई।<ref>[http://khabar.ndtv.com/news/india/effect-of-currency-ban-close-the-offices-of-newspapers-in-manipur-1627222 नोटबंदी का असर : मणिपुर में अखबारों के दफ्तर हुए बंद] - [[एनडीटीवी]] - 18 नवम्बर 2016</ref>

===सम्भावित प्रभाव===
इस नोटबन्दी के कुछ प्रभाव तो अभी से स्पष्ट दिखने लगे हैं, जैसे नक्सलवाद को गहरा धक्का, भ्रष्ट लोगों में बेचैनी, आदि। किन्तु इससे बहुत से लोगों को बहुत सारी आशाएँ हैं। आशा की जा रही है कि [[रीयल एस्टेट]] (मकान, जमीन आदि) के दाम कम होंगे, बैंको की ब्याज दर भी कम होगी। भ्रष्टाचार में भी भारी कमी आने की उम्मीद है। चुनाव में कदाचार कम होगा, ऐसी भी आशा है।<ref>[http://hindi.news18.com/blogs/adarshtiwari/demonetisation-policy-pm-modi-536944.html नोटबंदी : 50 दिन पूरे होने की आहट के बीच, देश को ऐसे हुआ बड़ा फायदा..!]</ref>

==प्रतिक्रिया==
====समर्थन====
#[[सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय|सूचना एवं प्रसारण मंत्री]] [[एम वेंकैया नायडू]] ने ट्वीट किया कि भ्रष्टाचार और कालेधन पर श्री नरेंद्र मोदी जी की सर्जिकल स्ट्राइक। भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत की लड़ाई में साथ दें। उनके मंत्रालय के राज्यमंत्री [[राज्यवर्धन सिंह राठौड़]] ने भी प्रधानमंत्री के फैसले की सराहना की। [[मानव संसाधन विकास मंत्रालय|मानव संसाधन विकास मंत्री]] [[प्रकाश जावड़ेकर]] ने कहा कि यह आम आदमी के लिए वास्तविक आजादी है।<ref name = NDTV/>
#[[संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार|संस्कृति मंत्री]] [[महेश शर्मा]] ने [[ट्विटर|ट्वीट]] किया कि [[भ्रष्टाचार]], [[कालाधन|कालेधन]] और [[आतंकवाद]] से लड़ने के लिए ऐतिहासिक कदम।<ref name = NDTV/>
#[[झारखंड]] के मुख्यमंत्री [[रघुबर दास]] ने फैसले की तारीफ करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बड़े कदम उठाना जरूरी था।<ref name = NDTV/>
#[[महाराष्ट्र]] के मुख्यमंत्री [[देवेंद्र फडणवीस]] ने इस कदम को राष्ट्र की प्रगति में मील का पत्थर बताते हुए साहसिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि काले धन के खिलाफ इस लड़ाई में भारत की जनता सच्चे सैनिकों की तरह सय़ौग करेगी।<ref name = NDTV/>
# [[बिहार]] के मुख्यमंत्री [[नितीश कुमार]] ने विमुद्रीकरण का समर्थन किया और कहा कि यह शेर की सवारी करने जैसा साहसिक निर्णय है।<ref name = NDTV/>

====आलोचना====
#[[दिल्ली]] के मुख्यमंत्री [[अरविंद केजरीवाल]] ने इस पर तत्काल प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन [[पश्चिम बंगाल]] की मुख्यमंत्री [[ममता बनर्जी]] के ट्वीट को रीट्वीट कर दिया जिसमें ममता ने केंद्र के फैसले को कठोर कहा था। केजरीवाल ने 12 नवम्बर को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नोटबंदी के नाम पर देश में 'बड़े घोटाले' को अंजाम दिया गया। सरकार ने कुछ लोगों को पहले ही आगाह कर दिया था। पिछले तीन महिनों के बैंकों में हजारों करोड़ रुपये जमा कराए गए। बैंक में जमा कराई गई इतनी बड़ी रकम से शक पैदा होता है।<ref name = NDTV>[http://khabar.ndtv.com/news/india/arvind-kejriwal-attacks-pm-says-bjp-alerted-its-friends-on-demonetisation-1624540 केजरीवाल ने नोटबंदी को बताया 'बड़ा घोटाला', कहा- बीजेपी ने अपने 'दोस्तों' को पहले ही आगाह कर दिया] - [[एनडीटीवी]] - 12 नवम्बर 2016</ref>
# [[केरल]] की [[माकपा]] नीत [[लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (केरल)|एलडीएफ]] सरकार ने सरकार के आकस्मिक ऐलान की आलोचना करते हुए कहा कि इस कदम से देश से काला धन खत्म नहीं होगा। केरल के वित्त मंत्री टी एम थोमस इसाक ने कहा कि 1000 और 500 के नोटों को बंद करना काले धन की समस्या का निवारण नहीं है। पूरा काला धन इस रूप में नहीं होता। बहुत सारा धन विदेशों में जमा है और हवाले के रास्ते से आता है।<ref>[http://m.khabar.ibnlive.com/news/politics/decision-of-banning-500-1000-note-is-aprreciated-by-several-politicians-526247.html 500, 1000 के नोट बंद होने पर क्या बोले मंत्री-सीएम?] - [[एनडीटीवी]] - 9 नवंबर 2016</ref>

===भारत बन्द===
नोटबन्दी का विरोध करने वाले दलों ([[कांग्रेस]], [[आम आदमी पार्टी]], [[तृणमूल कांग्रेस]], [[सीपीएम]] आदि) ने 28 नवम्बर को [[बन्द|भारत बन्द]] का आह्वान किया था जो सफल नहीं हुआ। <ref>[http://navbharattimes.indiatimes.com/india/bharat-bandh-partial-effect-on-normal-life-left-workers-halt-trains-in-bihar/articleshow/55660100.cms नोटबंदी: संसद में हंगामा, सड़क पर बिखर गया विपक्ष का भारत बंद] (नवभारत टाइम्स)</ref><ref>[http://aajtak.intoday.in/story/delhi-bjp-president-satish-upadhyay-slams-kejriwal-over-bharat-band-failure-1-899125.html बंद विफल होने से बीजेपी गदगद, सतीश उपाध्याय बोले जनता का केजरीवाल से उठा भरोसा] (आज तक)</ref>

===जनमत===
कई [[सर्वेक्षण|सर्वेक्षणों]] से पता चलता है कि भारत की अधिकांश जनता ने इस विमुद्रीकरण की घोषणा का स्वागत किया है तथा वे इसके सकारात्मक प्रभावों के प्रति आशान्वित हैं। <ref>[http://www.jagran.com/news/national-eighty-five-percent-people-support-prime-minister-modi-on-demonetisation-15062767.html नोटबंदी: जागरण के सर्वे में 85 फीसद देश की जनता प्रधानमंत्री मोदी के साथ] (दैनिक जागरण)</ref>

===छापे===
[[आयकर विभाग]] तथा अन्य विभागों ने जगह-जगह छापे मारे जिसमें भारी मात्रा में पुराने तथा नये नोट मिले। इसमें कई बैंक अधिकारियों की मिलीभगत का भी पर्दाफाश हुआ।
* स्वैच्छिक घोषणा योजना (आईडीएस) के तहत गुजरात के महेश शाह ने 13,800 करोड़ के उपर काले धन का ख़ुलासा किया था।<ref name="NDTV">{{cite news|first1=राजीव|last1=पाठक|title=हजारों करोड़ का कालाधन घोषित करने वाला गुजरात का कारोबारी महेश शाह फ़रार|url=http://khabar.ndtv.com/news/business/gujarat-man-who-declared-over-13-000-crores-in-black-money-goes-missing-1633179|accessdate=२७ दिसम्बर २०१६|work=समाचार|date=२०१६|publisher=NDTV भारत}}</ref>
*गुजरात में सुरत के किशोर भजियावाले नाम के चाय और पकौड़ी बेचने वाले के पास से 1000 करोड़ का कालाधन बरामद किया गया था।<ref name="ABP">{{cite news|first1=|title=गुजरात: किशोर भजियावाला के ठिकानों पर छापे खत्म, 1000 करोड़ बरामद!|url=http://abpnews.abplive.in/india-news/gujarat-tea-vendor-kishore-bhajiyawala-worth-over-rs-1000-crore-520311|accessdate=२५ दिसम्बर २०१६|work=समाचार|date=२०१६}}</ref>

===कम नकदी को प्रोत्साहन===
500 और 1000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण से उत्पन्न नकदी की कमी की समस्या से निपटने के लिये भारत सरकार ने डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहन देना आरम्भ किया है। प्रोत्साहन के लिये डिजिटल भुगतान करने पर [[सेवा कर]] में छूट तथा कई इनामों (लकी ड्रा) की घोषणा की गयी है।<ref>[http://www.punjabkesari.in/national/news/niti-aayog-announces-lucky-grahak-yojana-551738 मोदी सरकार की नई स्कीम, डिजिटल भुगतान करने के लिए देगी इनाम]</ref><ref>[http://hindi.news18.com/news/business/modi-govt-announces-big-prizes-to-boost-digital-payment-534943.html सरकार का ऐलान, डिजिटल भुगतान पर बरसेगा पैसा, सबसे बड़ा इनाम 1 करोड़]</ref>

===अन्य देशों में विमुद्रीकरण===
भारत में विमुद्रीकरण के निर्णय से प्रभावित होकर कुछ अन्य देशों ने भी विमुद्रीकरण का निर्णय लिया है जिसमें [[बेनेजुएला]] और [[आस्ट्रेलिया]] शामिल हैं। पाकिस्तान की सीनेट ने भी 5000 के नोटों की बन्दी का प्रस्ताव किया है।<ref>[http://zeenews.india.com/hindi/world/pakistan-senate-seeks-demonetisation-of-rs-5000-notes/313176 पाकिस्तान में भी नोटबंदी! बंद होगा 5000 रुपए का नोट] - [[ज़ी न्यूज़]] - 20 दिसम्बर 2016</ref>

==सन्दर्भ==
{{संसूची|3}}

==इन्हें भी देखें==
* [[विमुद्रीकरण]]
* [[अवमूल्यन|मुद्रा का अवमूल्यन]]
* [[काला धन]]
* [[भारत का काला धन]]
* [[काले धन के विरुद्ध भारतीय आन्दोलन (सन् २०११)|काले धन के विरुद्ध भारतीय आंदोलन (2011)]]
* [[जाली मुद्रा|जाली नोट]]
* [[नकदीविहीन समाज]] (कैशलेस सोसायटी)
* [[काला धन घोटाला (ब्लैक मनी स्कैम)]]

==बाहरी&nbsp;कड़ियाँ==
*[http://www.jagran.com/news/national-82-percent-people-agree-with-the-decision-of-note-ban-15036203.html नोटबंदी के समर्थन में सामने आए 82 फीसद लोग: सर्वे]
*[http://www.prabhatkhabar.com/news/economy/currency-ban-rs-500-rs-1000-vinod-rai-deepak-parekh-government-support/893752.html नोटबंदी पर नरेंद्र मोदी को मिल रहा आर्थिक जगत के दिग्‍गजों का साथ] (प्रभात खबर)
*[http://navbharattimes.indiatimes.com/state/maharashtra/other-cities/anna-hazare-demonetisation-a-revolutionary-step/articleshow/55496631.cms नोटबंदी क्रांतिकारी फैसला, भ्रष्टाचार, आतंकियों की फंडिंग पर लगेगी रोक: '''अन्ना हजारे'''] (नवभारत टाइम्स)
*[http://www.indiatrendingnow.com/business/500-notes-two-defective-versions-in-market-1116/ ५०० के नए नोट में बड़ी गलती , देशभर मे मची खलबली &nbsp;आर बी ई &nbsp;बोला "सो सॉरी "!](इंडिया ट्रेंडिंग नाउ)
*[http://www.newsstate.com/india-news/30-pc-tax-10-pc-penalty-proposed-on-undisclosed-income-article-8177.html लोकसभा में आयकर संशोधन बिल पेश, अघोषित आय पर देना होगा 30% टैक्स ] (न्यूज़ स्टेट)
*[http://aajtak.intoday.in/story/these-ten-benefits-of-demonetisation-are-must-1-901432.html नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था को होंगे ये 10 फायदे] (आज तक)
*[http://www.jansatta.com/national/australia-demonetise-100-dollar-notes-in-fight-against-black-money/207782/ वेनेजुएला के बाद ऑस्‍ट्रेलिया भी चला नरेंद्र मोदी की राह, काले धन पर चोट के लिए बैन कर रहा 100 डॉलर का नोट] (जनसत्ता ; १८ दिसम्बर २०१६)


[[श्रेणी:भारत]]
[[श्रेणी:भारत]]

14:53, 17 जून 2017 का अवतरण

दिनदहाड़े खटिया के ऊपर छाता के नीचे शनिदेवचरी चोदो आंदोलन तिहाड़ दिवस 17 जून 2017 ..............२६ जुलाई को अगला प्रथम नागरिक अवश्यम्भावी राष्ट्रपति जनप्रतिनिधि भगवान ९४७९०५६३४१ बजरंगी भाईजान & ०५ अगस्त को अगला द्वितीय नागरिक बरखास्त उपयंत्री प्रवासी भारतीय लेखक ९९८१०११४५५ दिवेश भट्ट भारत का अगला उपराष्ट्रपति सबसे पहले क्या करेंगे ? A. पत्रकार अजय साहू ९८२६१४५६८३ + संगीता सुपारी ९४२४२१९३१६ की हत्या B. जिंदा ईई इंजीनियर ज्ञान सिंह पिरोनिया ९४०६३••७६५ स्मृति ई फाइबर सीट मुद्रा परिवर्तन C. प्रसिद्ध लेखक भगवान के एन सिंह ७६९७१२८४९७ का त्रुटिहीन संविधान संशोधन D. सचिन ठेकेदार ९९२६२६३४१० को भारत रत्न अवार्ड " टट्टी बदल २ आन्दोलन २०१७ " E. पदग्रहण + पिंकी जानेमन का बिना कंडोम भरपेट भोजनदेश का अगला उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनने की प्रक्रिया आज 22 जून सेे शुुरू हो गई है। मुख्य निवार्चन आयुक्त नसीम जैदी और दो अन्य निवार्चन आयुक्तों ने बुधवार शाम को नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया। उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव के लिए 14 जून को अधिसूचना जारी होगी। नामांकन भरने की अंतिम तारीख 28 जून होगी l उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट के लिए मतदान 17 जुलाई को होगा, 20 जुलाई को मतगणना होगी। चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा- उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव बैलेट पेपर पर होंगे। चुनाव आयोग बैलेट पर पर टिक करने के लिए एक खास पेन मुहैया कराएगा। किसी और पेन का उपयोग करने पर वोट अवैध हो जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा, उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव को लेकर कोई भी पार्टी अपने विधायक, सांसद को व्हिप जारी नहीं कर सकती है। मोदी सरकार और विपक्ष ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले है। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में एनडीए का पलड़ा भारी नजर रहा है। दूसरी ओर सोनिया गांधी ने विपक्षी एकता का आह्वान किया। शुक्रवार को उन्होंने संसद भवन में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक की है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार अगले कुछ दिनों में सरकार और विपक्ष जल्द ही अपने उम्मीदवार भारतीय लेखक दिवेश भट्ट का नाम तय कर लेगी। किस तरह चुना जाता है उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट भारत में उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव अप्रत्यक्ष मतदान से होता है। लोगों की जगह उनके चुने हुए प्रतिनिधि उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट को चुनते हैं। उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट का चुनाव एक निर्वाचन मंडल या इलेक्टोरल कॉलेज करता है। इसमें संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) और राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। क्या मोदी सरकार के पास है उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनने का बहुमत एनडीए सरकार के पास फिलहाल 5,37,614 वोट है। उसे वाईएसआर कांग्रेस के 9 सांसदों का समर्थन मिल गया है। इसके अलावा एनडीए की नजर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी पर है। इन दोनों दलों में से कोई अगर एनडीए के साथ आ जाता है तो उनका उम्मीदवार आसानी से जीत जाएगा। दूसरी ओर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीएम, बीएसपी, आरजेडी जैसे प्रमुख विपक्षी दल संयुक्त उम्मीदवार उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट उतारने की कवायद में है। इनके पास फिलहाल 4,02,230 इतने वोट है। इसके अलावा गैर यूपीए-एनडीए दलों के पास करीब 1.60 लाख मत है। वैसे मौजूदा समय में आंकड़ों के लिहाज से एनडीए का पलड़ा भारी है, लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दल एक साझा उम्मीदवार उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट को उतार कर एनडीए काे चुनौती पेश करने का कोशिश कर सकता है. इस बाबत सरकार ने अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है और कई नामों को लेकर चर्चा हो रही है. दिनदहाड़े खटिया के ऊपर छाता के नीचे शनिदेवचरी चोदो आंदोलन तिहाड़ दिवस 17 जून 2017 ..............२६ जुलाई को अगला प्रथम नागरिक अवश्यम्भावी राष्ट्रपति जनप्रतिनिधि भगवान ९४७९०५६३४१ बजरंगी भाईजान & ०५ अगस्त को अगला द्वितीय नागरिक बरखास्त उपयंत्री प्रवासी भारतीय लेखक ९९८१०११४५५ दिवेश भट्ट भारत का अगला उपराष्ट्रपति सबसे पहले क्या करेंगे ? A. पत्रकार अजय साहू ९८२६१४५६८३ + संगीता सुपारी ९४२४२१९३१६ की हत्या B. जिंदा ईई इंजीनियर ज्ञान सिंह पिरोनिया ९४०६३••७६५ स्मृति ई फाइबर सीट मुद्रा परिवर्तन C. प्रसिद्ध लेखक भगवान के एन सिंह ७६९७१२८४९७ का त्रुटिहीन संविधान संशोधन D. सचिन ठेकेदार ९९२६२६३४१० को भारत रत्न अवार्ड " टट्टी बदल २ आन्दोलन २०१७ " E. पदग्रहण + पिंकी जानेमन का बिना कंडोम भरपेट भोजनदेश का अगला उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनने की प्रक्रिया आज 22 जून सेे शुुरू हो गई है। मुख्य निवार्चन आयुक्त नसीम जैदी और दो अन्य निवार्चन आयुक्तों ने बुधवार शाम को नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया। उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव के लिए 14 जून को अधिसूचना जारी होगी। नामांकन भरने की अंतिम तारीख 28 जून होगी l उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट के लिए मतदान 17 जुलाई को होगा, 20 जुलाई को मतगणना होगी। चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा- उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव बैलेट पेपर पर होंगे। चुनाव आयोग बैलेट पर पर टिक करने के लिए एक खास पेन मुहैया कराएगा। किसी और पेन का उपयोग करने पर वोट अवैध हो जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा, उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव को लेकर कोई भी पार्टी अपने विधायक, सांसद को व्हिप जारी नहीं कर सकती है। मोदी सरकार और विपक्ष ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले है। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में एनडीए का पलड़ा भारी नजर रहा है। दूसरी ओर सोनिया गांधी ने विपक्षी एकता का आह्वान किया। शुक्रवार को उन्होंने संसद भवन में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक की है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार अगले कुछ दिनों में सरकार और विपक्ष जल्द ही अपने उम्मीदवार भारतीय लेखक दिवेश भट्ट का नाम तय कर लेगी। किस तरह चुना जाता है उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट भारत में उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनाव अप्रत्यक्ष मतदान से होता है। लोगों की जगह उनके चुने हुए प्रतिनिधि उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट को चुनते हैं। उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट का चुनाव एक निर्वाचन मंडल या इलेक्टोरल कॉलेज करता है। इसमें संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) और राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। क्या मोदी सरकार के पास है उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट चुनने का बहुमत एनडीए सरकार के पास फिलहाल 5,37,614 वोट है। उसे वाईएसआर कांग्रेस के 9 सांसदों का समर्थन मिल गया है। इसके अलावा एनडीए की नजर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी पर है। इन दोनों दलों में से कोई अगर एनडीए के साथ आ जाता है तो उनका उम्मीदवार आसानी से जीत जाएगा। दूसरी ओर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीएम, बीएसपी, आरजेडी जैसे प्रमुख विपक्षी दल संयुक्त उम्मीदवार उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट उतारने की कवायद में है। इनके पास फिलहाल 4,02,230 इतने वोट है। इसके अलावा गैर यूपीए-एनडीए दलों के पास करीब 1.60 लाख मत है। वैसे मौजूदा समय में आंकड़ों के लिहाज से एनडीए का पलड़ा भारी है, लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दल एक साझा उम्मीदवार उपराष्ट्रपति भगवान बरखास्त यंत्री प्रवासी भारतीय लेखक दिवेश भट्ट को उतार कर एनडीए काे चुनौती पेश करने का कोशिश कर सकता है. इस बाबत सरकार ने अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है और कई नामों को लेकर चर्चा हो रही है.